कल से लागू हुए नए नियम के तहत विदेश से आने वाली उड़ानों के दो प्रतिशत यात्रियों की करना है आरटीपीसीआर जांच
यात्रियों की आपत्ति – हमें ही क्यों जांच के लिए रोका, अधिकारियों ने समझाइश दी, बाद में रैपीड पीसीआर टेस्ट करवाकर घर रवाना हुए यात्री
इंदौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल (Devi Ahilyabai Holkar International Airport) पर बुधवार रात दुबई (Dubai) से आए एयर इंडिया (Air India) के दो यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। इन यात्रियों (passengers) को स्वास्थ्य मंत्रालय के नए नियमों के तहत कोरोना की रेंडम जांच के लिए चुना गया था। यात्रियों का कहना था कि उन्हें ही क्यों रोका जा रहा है और जब वे स्वस्थ हैं तो जांच क्यों करवाएं? बाद में अधिकारियों द्वारा समझाए जाने पर दोनों यात्री शांत हुए और रैपिड पीसीआर जांच (rapid PCR test) करवाने के बाद रवाना हुए।
दुनिया में कोरोना (corona) के नए वेरिएंट ( variants) ओमिक्रॉन (Omicron) के सामने आने के बाद दहशत का माहौल है। इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry ) ने यूरोपीय देशों के साथ 10 अन्य देशों को रिस्क कंट्री घोषित किया है, जहां से आने वाले सभी यात्रियों (passengers) की भारत आने पर एयरपोर्ट पर ही आरटीपीसीआर जांच की जाना अनिवार्य किया गया है। वहीं अन्य देशों से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत यात्रियों की यह जांच अनिवार्य की गई है। बुधवार से ही यह नियम देश में लागू हुआ है। इसके बाद बुधवार रात 8.30 बजे दुबई (Dubai) से इंदौर आई एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट में भी इस नियम का पालन किया गया। इस फ्लाइट से 93 यात्री आए थे। नियमानुसार इनमें से दो यात्रियों को एयरलाइंस ने चुनकर उन्हें जांच करवाने के लिए कहा। इस पर यात्री भडक़ गए। दोनों यात्रियों (passengers) के साथ अलग-अलग परिजन भी थे। यात्रियों का कहना था कि वे अपने साथ नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर आए हैं और वे स्वस्थ हैं, फिर उनकी जांच क्यों की जा रही है? यात्रियों ने इस बात पर भी आपत्ति ली कि उन्हें ही क्यों इस जांच के लिए रोका जा रहा है, बाकी यात्रियों को क्यों नहीं?
आधे घंटे से ज्यादा चले हंगामे के बाद करवाई जांच
यात्रियों ने इस बात पर एयरपोर्ट (Airport) पर काफी देर तक हंगामा किया। इसके बाद एयरपोर्ट (Airport) सहित एयरलाइंस के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें केंद्र सरकार के नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि यह जांच आदेशानुसार की जा रही है। यहां यात्रियों की जांच कर रही इंस्टा लैब के डायरेक्टर अमोल कटारिया ने बताया कि यात्रियों को जांच का विकल्प भी दिया गया कि वे चाहें तो आरटीपीसीआर टेस्ट करवा सकते हैं, जो 680 रुपए का होगा, जिसकी रिपोर्ट छह घंटे में आएगी। वहीं रैपिड पीसीआर टेस्ट भी करवा सकते हैं, जो 3450 रुपए का होगा और जिसकी रिपोर्ट आधे घंटे में मिल जाएगी। काफी समझाइश के बाद दोनों यात्री रैपिड पीसीआर टेस्ट के लिए तैयार हुए। आधे घंटे में दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर दोनों घर रवाना हुए। हालांकि यात्री आरटीपीसीआर जांच का सैंपल देने के बाद भी घर जा सकते थे। रिपोर्ट की जानकारी उन्हें बाद में दी जा सकती थी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved