नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन हनुमा विहारी के साथ मिलकर भारत को हार से बचाने वाले हरफनमौला खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस से प्रेरणा लेकर यह पारी खेली।
सिडनी टेस्ट में विहारी और अश्विन ने छठवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 43 ओवर खेलकर 62 रन की नाबाद साझेदारी की थी। ऑस्ट्रेलिया ने मैच में 407 रन का लक्ष्य दिया था। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 5वां दिन खत्म होने तक 5 विकेट गंवाकर 334 रन बनाते हुए मैच ड्रॉ कराया। अश्विन और विहारी ने छठवें विकेट के लिए गेंद (259) के हिसाब से भारत की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी की। तीसरा टेस्ट ड्रॉ होने के साथ ही श्रृंखला अभी भी 1-1 की बराबरी पर है। 15 जनवरी से ब्रिस्बेन में आखिरी टेस्ट खेला जाएगा।
अश्विन ने बीसीसीआई टीवी को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘जब मैं रात को बिस्तर पर गया था, तो मैं खुद से कह रहा था कि यदि मैं हर एक फॉर्मेट में बल्लेबाजी करता रहता हूं, तो मैं वह क्यों नहीं कर सकता जो (फाफ) डु प्लेसिस ने एडिलेड में किया था। मैं खुद को एक अच्छा मौका दे सकता हूं।’’
दरअसल, 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने फॉलोऑन खेला था। तब आखिरी दिन डु प्लेसिस ने करीब 8 घंटे बल्लेबाजी कर मैच ड्रॉ कराया था। उन्होंने 110 रन की नाबाद पारी खेली थी। सिडनी टेस्ट में अश्विन ने 128 गेंद पर 39 और विहारी ने 161 गेंद पर 23 रन की पारी खेली थी। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved