इंदौर। चैम्बरों के ढक्कन, लोहे की जालियों से लेकर अन्य तमाम सामग्रियां नशे के शिकार (drug addicts) फुटपाथी, भिखारियों और अन्य असामाजिक तत्वों द्वारा चुराकर कबाडिय़ों को बेच दी जाती है। अभी नगर निगम (municipal Corporation) की सेंट्रल लाइट की केबल चोरी के कारण परेशान है। दरअसल केबल में कॉपर वायर (copper wire) यानी तांबे के तार होते हैं, जिसे बेचकर कुछ राशि हासिल कर ली जाती है और इसका इस्तेमाल नशे सहित अन्य कामों में किया जाता है। अभी निगम ने तीन थानों में केबल चोरी की एफआईआर भी दर्ज करवाई और एक सिरफिरे को निगम ने पकडक़र पुलिस के हवाले भी किया।
आयुक्त प्रतिभा पाल (Commissioner Pratibha Pal) ने बताया कि जनसुविधा की दृष्टि से शहरभर के सभी प्रमुख मार्गों में सेट्रल लाइट के माध्यम से प्रकाश व्यवस्था की जाती है, जिसका संचालन-संधारण निगम ही करता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से अज्ञात लोगों द्वारा शहर के मुख्य मार्ग पर स्थापित सेंट्रल लाइट की केबल चोरी की जा रही है, जिससे इन मुख्य मार्गों की लाइट बंद हो जाती है और नागरिकों को भी रात में आवागमन में परेशानी होती है और उनके द्वारा शिकायतें भी की जाती हैं, जिसके चलते कल आयुक्त के निर्देश पर अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर और सिटी इंजीनियर विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग राकेश अखंड ने ऐसे मुख्य मार्ग, जहां से अज्ञात लोगों द्वारा लगातार केबल चोरी की जा रही है, वहां के संबंधित थाना क्षेत्रों में प्रकरणों को पंजीबद्ध करवाने के निर्देश दिए।
श्री अखंड ने बताया कि थाना मल्हारगंज में महेश गार्ड चौराहा (Mahesh Guard Chauraha) से लक्ष्मीबाई प्रतिमा चौराहा तक हुई केबल चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई और थाना चंदन नगर में चंदन नगर चौराहा से नूरानी नगर चौराहा तक तथा थाना सदर बाजार में मरीमाता चौराहा से महेश गार्ड लाइन चौराहा तक सेंट्रल लाइट, पोल बॉक्स से फीटिंग चोरी से संबंधित घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं एक सिरफिरे व्यक्ति को पकडक़र भी पुलिस के हवाले किया गया। केबल में कॉपर वायर के चलते ये चोरी की जाती है, जिसके बेचकर ऐसे तत्व कुछ राशि प्राप्त करते हैं, जिसका इस्तेमाल नशाखोरी और अन्य कार्य में किया जाता है।
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