इंदौर। पिछले दिनों प्रशासन ने रेसीडेंसी एरिया के जमीन मालिकों से दस्तावेज बुलवाए, तो सिर्फ 40 लोगों ने ही जमा किए। अब एक बार फिर प्रशासन ने जमीन मालिकों को अपने दस्तावेज प्रस्तुत करने का मौका दिया है, ताकि उनके राजस्व रिकॉर्ड भी दुरुस्त हो सके। रेसीडेंसी एरिया की 1030 एकड़ अनसर्वर्ड जमीनों के लिए पहले चरण में ड्रोन के जरिए भी भू-सर्वे का कार्य पूरा किया जा चुका है और राजस्व अमले ने प्रारूप नक्शों का निर्माण भी कर लिया है। अब दूसरे चरण में 6 मार्च यानी आज से लेकर 15 मार्च तक जमीन मालिकों से अपने दस्तावेज जमा करवाने को कहा है। इसमें सरकारी के साथ-साथ निजी जमीनों के रिकॉर्ड भी बनेंगे और साथ ही विगत वर्षों में हुए कुछ चर्चित और बड़े जमीनी घोटाले भी सामने आएंगे।
विगत कई वर्षों से रेसीडेंसी एरिया के सर्वे की कवायद चल रही है और कई कलेक्टरों ने यह कार्य शुरू करवाया। मगर अंजाम तक नहीं पहुंचा सके। अब कलेक्टर आशीष सिंह ने इसकी जिम्मेदारी ली है। हालांकि बीच-बीच में राजस्व अमले को अन्य कार्यों में भी झोंकना पड़ता है। अभी लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ प्रशासनिक अमला उसमें जुट जाएगा। बावजूद इसके रेसीडेंसी एरिया में राजस्व सर्वे का पहला चरण पूर्ण कर लिया गया है। अब द्वितीय चरण का कार्य पूर्ण होने पर भूमि स्वामियों को अनेक राजस्व सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इंदौर नगर अंतर्गत स्थित अनसर्वेड रेसीडेन्सी एरिया जो कि वर्तमान में तहसील जूनी इन्दौर के रेसीडेन्सी एरिया, पटवारी हल्का नं. 3 कस्बा इन्दौर के अंतर्गत आता है, जिसका भौगोलिक रकबा लगभग 1030 एकड है, जो कि वर्तमान में अनसर्वेड एरिया है, जिसका भू-सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। प्रथम चरण में ड्रोन पलाय कर प्रारूप नक्शों का निर्माण राजस्व विभाग द्वारा किया जा चुका है। तदुपरांत द्वितीय चरण अंतर्गत भू-सर्वेक्षण को प्रारंभ कराये जाने की अधिसूचना का प्रकाशन आयुक्त भू-अभिलेख एवं बन्दोबस्त कार्यालय ग्वालियर द्वारा 12 मई 2023 को किया गया है। राजस्व सर्वेक्षण नियमानुसार आयुक्त भू-अभिलेख द्वारा अधिसूचना जारी होने के पश्चात् जिला सर्वेक्षण अधिकारी द्वारा भी अधिसूचना जारी की गई हैं।
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