अहमदाबाद । मुश्किल वक्त में इंसानी मदद हमारे पास हो सकता है, कुछ देर से पहुंचे. लेकिन मशीनी मदद अब पलक झपकते ही पहुंच सकती है. यह संभव होगा एक खास तरह के ड्रोन (Drone) यानी मानवरहित विमान से. इस ड्रोन को हाल ही में अहमदाबाद डिजाइन वीक (ADW) 3.0 प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है. यह आयोजन निजी स्तर पर किया गया था.
खबरों के मुताबिक, यह ड्रोन (Drone) एक मोबाइल एप से संबद्ध है. इस एप पर पैनिक बटन दबाते ही ड्रोन सक्रिय हो जाएगा. वह मुश्किल में फंसे व्यक्ति की लोकेशन को ढूंढ़कर उस तक पहुंचेगा. उस तक राहत सामग्री पहुंचाएगा. जैसे- लाइफ जैकेट, दवाएं, प्राथमिक चिकित्सा का जरूरी सामान या ऐसी ही जरूरत की कोई अन्य सामग्री. और दिलचस्प बात है कि ये शानदार मशीन किसी बड़ी उम्र के तकनीशियन ने नहीं, बल्कि 12वीं कक्षा के एक बच्चे ने बनाई है. उसका नाम है अबान हबीब, उम्र महज 18 साल. अबान जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से ताल्लुक रखते हैं.
श्रीनगर में 2017 में आई बाढ़ के बाद मिली इसकी प्रेरणा
अबान को इस तरह की मशीन बनाने की प्रेरणा 2017 में तब मिली, जब श्रीनगर में आई बाढ़ (Srinagar Flood) से भीषण तबाही मची. अबान उस वक्त 13 साल के थे. उन्होंने हजारों लोगों को उस बाढ़ के दौरान हैरान, परेशान देखा. कई परिवार, कई जिंदगियां तबाह होते देखीं. तभी उन्होंने इस किस्म की विपदाओं में फंसे लोगों की मदद के लिए ऐसी कोई मशीन बनाने का विचार आया. अबान बताते हैं, ‘शुरू में मैंने इंटरनेट पर उपलब्ध ओपनसोर्स प्रोग्राम के जरिए ड्रोन बनाने और उड़ाने की कोशिश की. लेकिन अभी हाल ही में मैंने अपने खुद के प्रोग्राम के माध्यम से इसे उड़ाने का परीक्षण किया है. यह परीक्षण सफल भी रहा है.
एनआईटी श्रीनगर जैसे संस्थानों से मिल रही है मदद
अबान का अपना एक स्टार्टअप भी है. इसका नाम ‘स्काईरोबो ड्रोन्स’ रखा गया है. इस कंपनी को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT, Srinagar) और जम्मू-कश्मीर उद्यमिता विकास संस्थान (J&K EDI) से वित्तीय मदद मिल रही है.
अबान राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की मॉक ड्रिल के दौरान अपने ड्रोन का रियल टाइम पर प्रदर्शन कर चुके हैं. उनका यह प्रदर्शन सफल तो रहा ही, इसे काफी प्रशंसा भी मिली है.
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