इंदौर। सरकारी ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान नंदानगर (Government Driving Training Institute Nandanagar) द्वारा जहां नि:शुल्क ट्रेनिंग (Free Training) दी जा रही है और अभी तक सैंकड़ों को लाइसेंस ( License) भी दिलवा दिए, जिनमें 160 महिला वाहन चालक (Female Driver) भी शामिल है। वहीं एक निजी ड्राइविंग इंस्टिट्यूट (Private Driving Institute) भी मंजूर किया गया है। अब इंदौर (Indore) के इस सरकारी ड्राइविंग इंस्टीट्यूट की सफलता को देखते हुए प्रदेश के 50 जिलों में इसी तरह के इंस्टिट्यूट राज्य शासन द्वारा शुरू किए जाएंगे।
सडक़ दुर्घटनाओं (Road Accidents) में सर्वाधिक मौतें देशभर में हर साल होती हैं। वाहनों की संख्या बढऩे के साथ-साथ ड्राइविंग लाइसेंस की मांग भी बढ़ गई है। इंदौर में सरकारी ड्राइविंग रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर के प्रभारी अनिल शर्मा के मुताबिक यहां का सेंटर सबसे सफल साबित हुआ है। नंदा नगर सरकारी ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में कुछ समय पूर्व ही डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से बाउंड्र्ीवाल (Boundary Wall) का निमाण किया गया और सीएसआर फंड से आयशर मोटर (Eicher Motor ) से भी टेस्टिंग ट्रैक के रिनोवेशन हेतु 65 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। अभी तक सैंकड़ों को नि:शुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण देकर उनके लाइसेंस भी बनवाए जा चुके हैं। यहां तक कि 160 महिलाओं को भी ट्रेनिंग दी गई, जिनमें से कई को रोजगार भी हासिल हो गया है। अब इंदौर की तर्ज पर राज्य शासन प्रदेशभर में ये ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोलने जा रहा है, जिसके लिए केन्द्र के सडक़ परिवहन मंत्रालय को भी प्रस्ताव भेज दिया गया है। 15वें वित्त आयोग के तहत ये ड्राइविंग स्कूल खुलेंगे। आईटीआई या फिर पॉलिटेक्निक कालेज, जहां पर पर्याप्त जमीन हो वहां पर ये इंस्टिट्यूट खुलेंगे और केन्द्र सरकार से भी इसके लिए अनुदान की राशि मध्यप्रदेश सरकार को प्राप्त होगी।
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