दोस्तों आप तो जानतें हैं कि हमारें देनिक जीवन की शुरूआत चाय की चुस्की से ही होती है लेकिन हम सब जानतें हैं कि चाय से हमारें स्वास्थ्य संबंधी कोई फायदें नही है लेकिन आज हम आपको बतानें जा रहें गुड़ की चाय के बारें में सर्दियों के दिनों में हमारी इम्यनिटी को करेगी मजबूत तो आइये जानतें हैं कि गुड़ की चाय बनाने की विधि और फायदें
2 – 4 सर्विंग
3-4 बड़े चम्मच गुड़, कद्दूकस किया हुआ
2 चम्मच चाय पत्ती
4 छोटी इलायची, पिसी हुई
1 छोटा चम्मच सौंफ (इच्छा अनुसार)
2 कप दूध
1 कप पानी
1/2 छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर
स्वादानुसार अदरक
विधि : एक टी पैन में एक कप पानी गर्म करें। गर्म पानी में इलायची, सौंफ, काली मिर्च पाउडर, कुटी अदरक और चाय की पत्ती डालकर उबाल लें। जब चाय उबलने लगे, तो उसमें दूध डालकर एक उबाल और लगाएं।
अब टी पॉट में गुड़ डालें और उसमें बनाई हुई चाय छान लें। इसे अच्छी तरह मिलाएं जिससे कि गुड़ चाय में घुल जाएं।
गुड़ की चाय तैयार है। ध्यान रहे गुड़ डालकर चाय को ज्यादा न उबालें, वरना चाय फट जाएगी।
चीनी कम से पेट की चर्बी भी होगी कम
जिन लोगों को गुड़ खाना ज्यादा पसंद नहीं है, उनके लिए तो इसकी चाय किसी वरदान से कम नहीं है। इस वजह से सर्दियों में वे कम चीनी खाएंगे तो सेहतमंद भी रहेंगे।
पाचन सिस्टम रखें दुरुस्त
गुड़ की चाय पीने से पाचन सिस्टम दुरुस्त होता है और सीने में जलन भी नहीं होती। दरअसल गुड़ में बहुत ही कम आर्टिफिशल स्वीटनर होता है। चीनी के मुकाबले इसमें ढेरों विटमिन और मिनरल होते हैं जो सेहत का ख्याल रखते हैं। इस लिहाज से सर्दी में गुड़ की चाय फायदा ही करती है।
माइग्रेन में आराम
ऐसा माना जाता है कि अगर माइग्रेन या फिर सिरदर्द हो तो गाय के दूध में गुड़ की चाय बनाकर पीनी चाहिए। इससे आराम मिलता है।
खूनी की कमी दूर
खून की कमी हो, तो फिर गुड़ खाना या इसकी चाय पीना लाभकारी माना जाता है। दरअसल, गुड़ में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है और शरीर को आयरन की जरूरत होती है क्योंकि यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।
ज्यादा गुड़ के सेवन से नुकसान भी
गुड़ की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सीमित मात्रा में ही उपयोग करें। इससे न सिर्फ वजन बढ़ सकता है, बल्कि नाक से खून भी बहना शुरू हो सकता है। इसके अलावा इसके अत्यधिक सेवन से पाचन सिस्टम में भी दिक्कत हो सकती है।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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