इंदौर। जहरीली शराब कांड (Poisonous Liquor Scandal )में हुई मौत (Death )और पुलिस (Police)की कार्रवाई (Action) के बीच कई लोग ऐसे भी हैं, जो इस शराब (liqour) का सेवन करने के बाद जीवन (Life) और मौत (Death) के बीच अस्पतालों(Hospital) में जंग लड़ रहे हैं। इनकी हालत में सुधार होगा या नहीं यह बताने से डॉक्टर (Doctor) बच रहे हैं।
ऐसे ही एक मरीज (Patient)मोहनसिंह चौहान (Mohansingh)निवासी महेश नगर का बांबे अस्पताल (Hospital) में इलाज चल रहा है। मोहनसिंह (Mohansingh)ने बीते सोमवार (Monday) को सपना बार में शराब (Drinking) पी थी। करीब 1400 का बिल देने के बाद दूसरे दिन तबीयत बिगड़ी तो बांबे अस्पताल (Hospital)में भर्ती कराया गया। मामा रज्जू राजावत का कहना है कि अभी तक पांच लाख रुपए लग चुके हैं, लेकिन सिर्फहाथों में हलचल के अलावा शरीर में दूसरा कोई मूवमेंट नहीं है। मोहन किसी को भी पहचान नहीं रहे हैं न ही देख पा रहे हैं। वह पंजाब नेशनल बैंक में कैशियर है। दूसरे शख्स व्यापारी तरुण रिजवानी की हालत भी वैसे ही है जैसे शराब पीने के दूसरे दिन थी। तरुण को अभी भी साफ दिखाई नहीं दे रहा है। उसके परिजन भी एक लाख से ज्यादा का बिल सीएचएल अस्पताल में भर चुके हंै। उधर जिस बंटी सुंगवानी से शराब ली थी, उसकी रासुका रुकवाने के लिए नेता कलेक्टर से सिफारिश में लगे हुए हैं। जहरीली शराब पीने के एक हफ्ते में इंदौर में ही पांच लोगों की जान जा चुकी है।