इंदौर (Indore)। नगर निगम द्वारा सिरपुर तालाब के पास जो एसटीपी प्लांट निर्मित करवाया जा रहा है उसमें 10 किलोमीटर लम्बाई का सीवरेज नेटवर्क यानी पाइप लाइन बिछाई जा रही है, जिससे एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों का ड्रैनेज का गंदा पानी तालाब में नहीं मिलेगा, क्योंकि लगातार आबादी बढऩे के कारण सीवरेज की मात्रा में वृद्धि हो गई और अभी इन कॉलोनियों का सीवरेज का पानी 20 किलोमीटर दूर कबीटखेड़ी के एसटीपी के प्लांट तक ले जाना पड़ता है। सिरपुर तालाब पर 20 एमएलडी का एसटीपी प्लांट बन रहा है और निगम का दावा है कि इससे सिरपुर तालाब में ड्रैनेज का पानी नहीं मिलेगा।
निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने कल निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। उनके साथ सिद्धार्थ जैन, अधीक्षण यंत्री सुनील गुप्ता, आरएस देवड़ा और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। आयुक्त श्रीमती सिंह द्वारा सिरपुर तालाब पर सीवर नेटवर्क एवं एसटीपी की निर्माण प्रगति के संबंध में जानकारी ली गई कार्य की प्रगति के संबंध में अवगत कराया गया कि सीवर नेटवर्क का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो गया है एवं एसटीपी निर्माण का कार्य भी सिविल वर्क 30 प्रतिशत पूर्ण हो गया है शेष कार्य आगामी मार्च माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा और मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल वर्क कंप्लीट कर जून माह में एसटीपी को फंक्शनल कर दिया जाएगा, इस संबंध में आयुक्त द्वारा कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।
आयुक्त सिंह द्वारा सिरपुर तालाब के समीप निर्मित इंटरप्रिटेशन सेंटर का भी अवलोकन किया और उसमें किए जाने वाले शेष सिविल वर्क आंतरिक साज-सज्जा, प्रदर्शनी हाल आदि कार्यों हेतु जारी की गई निविदा के संबंध में भी जानकारी ली गई सिरपुर इंटरप्रिटेशन सेंटर के कार्य हेतु आमंत्रित निविदा आचार संहिता के उपरांत खोलने के संबंध में भी चर्चा की गई। इसके साथ ही आयुक्त श्रीमती सिंह द्वारा आगामी सिरपुर इंटरप्रिटेशन सेंटर के समीप विश्व पर्यावरण दिवस 2 फरवरी 2024 में आयोजित होने वाले पर्यावरण दिवस कार्यक्रम के लिए स्थल का निरीक्षण किया तथा स्थल को कार्यक्रम के लिए तैयार करने एवं कार्यक्रम स्थल तक जाने के रास्तों को भी संधारित मरमत करने के निर्देश दिए गए। वैसे तो नगर निगम 8 से 10 एसटीपी प्लांट बना चुका है और सिरपुर तालाब में भी 40 करोड़ की राशि इस प्लांट पर खर्च हो रही है। निगम का यह भी दावा है कि सिरपुर तालाब जहां गंदा नहीं होगा, वहीं उसमें सालभर पानी भी भरा रहेगा। निगम सिंचाई से लेकर निर्माण कार्य, धुलाई सहित अन्य के लिए भी एसटीपी से निकलने वाले पानी के इस्तेमाल पर जोर देता रहा है। वहीं हवा बंगला, फूटी कोठी, द्वारकापुरी, सांईबाबा नगर, प्रजापत नगर, विदुर नगर, श्रद्धापुरी कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों का जहां ड्रैनेज का पानी एसटीपी प्लांट तक पहुंचाया जाएगा, वहीं अन्य कार्यों के लिए इन क्षेत्रों को ट्रीटमेंट के बाद का पानी इस्तेमाल के लिए भी मिल सकेगा। अभी कबीटखेड़ी के 245 एमएलडी के एसटीपी पर ग्रेविटी फ्लो के जरिए इन तमाम कॉलोनियों का ड्रैनेज का गंदा पानी पहुंचाया जाता है।
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