इंदौर (Indore)। सिंगापुर टाउनशिप रोड अंडरब्रिज (singapore township road underbridge) की जगह रेल ओवरब्रिज निर्माण (rail overbridge construction) का सर्वे पीडब्ल्यूडी पूरा नहीं कर पाया है। इस वजह से ओवरब्रिज की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भोपाल स्थित पीडब्ल्यूडी के मुख्यालय को नहीं भेजी जा सकी है। यह देरी इस वजह से हो रही है, क्योंकि विभाग ओवरब्रिज का सर्वे पूरा नहीं कर पा रहा है। अफसरों का कहना है कि अभी सर्वे पूरा कर डीपीआर तैयार होने में 10-15 दिन का समय और लग सकता है।
राज्य सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में सिंगापुर टाउनशिप के पास इंदौर-देवास-उज्जैन रेल लाइन पर रेल ओवरब्रिज निर्माण के लिए लगभग 41 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। पीडब्ल्यूडी उसी का सर्वे कर रहा है। फिलहाल यहां रेलवे ट्रैक के नीचे से अंडरब्रिज बनाकर रास्ता बनाया गया है, लेकिन हर साल तेज बारिश से दोनों तरफ का पानी आकर ब्रिज में जमा हो जाता है, जिससे आसपास की कई टाउनशिप का संपर्क शहर से कट जाता है। मुख्यालय ने पत्र लिखकर पीडब्ल्यूडी ब्रिज सेल की स्थानीय इकाई को कहा था कि वह 25 मार्च तक सर्वे कर डीपीआर भोपाल भेज दे, ताकि उसका परीक्षण कर रेल ओवरब्रिज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा सके। हालांकि, अब मुख्यालय अफसरों को अवगत कराया गया है कि बाधाओं का चिह्नांकन पूरा होने के बाद डीपीआर भेज दी जाएगी।
बाधाएं ज्यादा होने से लग रहा समय, दो बिल्डिंगों का ज्यादातर हिस्सा टूटेगा
सूत्रों ने बताया कि रेल ओवरब्रिज जहां बनना है, वहां मार्किंग का काम जारी है। ब्रिज की भुजाएं जहां उतरेंगी, वहां बिल्डिंग और अन्य तरह की बाधाएं ज्यादा हैं। दो बिल्डिंगों का तो ज्यादातर हिस्सा ब्रिज के लिए तोडऩा पड़ेगा। हालांकि, पीडब्ल्यूडी उनमें रहने वाले लोगों को मुआवजा भी देगा, लेकिन बसे-बसाए परिवारों को हटाना उतना आसान नहीं है, जितना लग रहा है। जिन बिल्डिंगों का अधिकांश हिस्सा ब्रिज के लिए तोडऩा पड़ेगा, वे किसी काम की नहीं रह जाएंगी यानी उन्हें पूरी तरह हटाना पड़ेगा। अफसर भी मानते हैं कि उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। तब अफसरों को जनप्रतिनिधियों की मदद से लोगों को समझाइश देना पड़ेगी।
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