इंदौर। 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जिस इंदौर-उज्जैन (Indore-Ujjain) पैसेंजर ट्रेन का शुभारंभ करने जा रहे हैं, उसमें यात्रियों (passengers) को अभी डबल किराया देना होगा। रेलवे ने इस ट्रेन को दूसरी ट्रेनों (trains) की तरह मेल-एक्सप्रेस के रूप में स्पेशल ट्रेन (special train) के नाम से चलाए जाने की तैयारी की है। बाद में जब ट्रेन से विशेष का दर्जा हटेगा, तब इसमें कम किराया लगेगा।
प्रधानमंत्री वर्चुअली (Prime Virtually) तौर पर इसका शुभारंभ करेंगे। हबीबगंज रेलवे स्टेशन (Habibganj railway station) के साथ-साथ इस पैसेंजर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी। फिलहाल रेलवे इसका अंतिम टाइम टेबल तैयार करने में लगा है। माना जा रहा है कि इंदौर-उज्जैन के बीच अपडाउन करने वाले यात्रियों को ध्यान में रखते हुए इसका समय तय किया जा सकता है। फिलहाल पैसेंजर ट्रेन से इंदौर से उज्जैन के बीच 20 रुपए किराया लगता है, लेकिन नए ट्रैक पर कितना किराया लगेगा, इसका निर्णय अभी लिया जा रहा है। हालांकि अभी यात्रियों को इस ट्रेन से उज्जैन जाने के लिए 40 रुपए देना होंगे, क्योंकि कोरोना काल में रेलवे सभी ट्रेनों को स्पेशल के रूप में चला रहा है, जिनमें मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का किराया लग रहा है। इस हिसाब से यात्रियों को डबल किराया देना होगा। आने वाले समय में जब रेलवे दूसरी ट्रेनों से भी स्पेशल का दर्जा हटा लेगा, तब इस ट्रेन का किराया कम हो सकता है। हालांकि अभी किराया और टाइम टेबल रेलवे की ओर से अधिकृत रूप से जारी नहीं हुआ है।
2014 से बंद था रेलवे ट्रैक
करीब सात साल बाद इस ट्रैक पर ट्रेन चलेगी। 2014 में रेलवे ने मीटरगेज के इस रूट को बंद कर दिया था और इसे पूरी तरह से हटाने की तैयारी थी, लेकिन तत्कालीन सांसद सुमित्रा महाजन के रेल प्रतिनिधि और तत्कालीन सदस्य नागेश नामजोशी ने इस ट्रैक को भ्विष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया था और इसे मीटरगेज से ब्रॉडगेज में करने के लिए रेल मंत्रालय को प्रस्ताव पहुंचा। अधिकारियों ने भी सहमति दी और इस ट्रैक का काम शुरू हुआ। करीब दो महीने पहले ट्रैक बनकर तैयार हो गया। इस ट्रैक से महू-प्रयागराज और महाकाल एक्सप्रेस को चलाया जाएगा तो मालगाड़ी भी इस ट्रैक से आ-जा सकेगी और इंदौर-देवास-उज्जैन रेल लाइन पर ट्रैफिक कम हो जाएगा।
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