भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा है कि मध्य प्रदेश में (In Madhya Pradesh) सिकल सेल मरीजों की खोज और निदान के लिए (For detection and diagnosis of Sickle Cell Patients) घर-घर सर्वे कराया जाएगा (Door-to-door Survey will be Conducted) । विश्व सिकल सेल दिवस पर उन्होंने यह घोषणा की ।
डिंडोरी के शासकीय चन्द्र विजय महाविद्यालय में राज्यस्तरीय कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल मंगू भाई पटेल की उपस्थिति में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि सरकार पूरी ताकत के साथ इस बीमारी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी और घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा। इस बीमारी के जो भी मरीज मिलेंगे उनका बेहतर उपचार किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में बड़ी पहल कर रहा है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने ऐलान किया है कि राज्य में एक करोड़ 10 लाख जनजातीय वर्ग के लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। उपमुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम एवं उपचार के लिये राज्य हीमोग्लोबिन पैथी मिशन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। मिशन में राज्य के अलीराजपुर एवं झाबुआ जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुल 9 लाख 17 हज़ार जनसंख्या की स्क्रीनिंग की गयी।
द्वितीय चरण में ‘सिकल सेल उन्मूलन मिशन’- 2047 में मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिलों के 89 विकासखंडों में लगभग 1 करोड़ 11 लाख नागरिकों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जानी है। द्वितीय चरण में अब तक 49 लाख 17 हज़ार जनसंख्या की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जिसमें से एक लाख 20 हज़ार 493 सिकल वाहक एवं 18 हज़ार 182 सिकल रोगी चिन्हित किये गए हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved