नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) खुद कंगाली से गुजर रहा है. उसकी आवाम खाने को तरस रही है. उसके पास न तो पैसे हैं और ना ही लोगों को दो जून की रोटी मिल रही है. दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं जोकि अपने देश की तारीफ करते थक नहीं रहे हैं. हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने दावा किया है कि एक पाकिस्तानी नागरिक ने संयुक्त राज्य अमेरिका (America) के तुर्की दूतावास में तुर्की-सीरिया भूकंप पीड़ितों के लिए 30 मिलियन डॉलर का दान दिया. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार यानी 11 फरवरी को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. जिसके बाद पाकिस्तानी पत्रकारों समेत कई ट्विटर यूजर ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर सवालों की बौछार खड़ी कर दी.
प्रधानमंत्री शहबाज ने ट्वीट कर लिखा, “एक अंजान पाकिस्तानी के काम को देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं, जो अमेरिका में तुर्की दूतावास में गया और तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों के लिए 30 मिलियन डॉलर का दान दिया. ये परोपकार के ऐसे शानदार कार्य हैं जो मानवता को दुर्गम प्रतीत होने वाली बाधाओं पर विजय प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं.”
Deeply moved by the example of an anonymous Pakistani who walked into Turkish embassy in the US & donated $30 million for earthquake victims in Türkiye & Syria. These are such glorious acts of philanthropy that enable humanity to triumph over the seemingly insurmountable odds.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) February 11, 2023
ट्विटर यूजर्स ने खड़े किए सवाल
प्रधानमंत्री के ट्वीट पर पाकिस्तानी पत्रकारों ने पूछा कि आर्थिक संकट से जूझ रहे देश को उबारने के लिए दानकर्ता पाकिस्तानी दूतावास क्यों नहीं गया. प्रधानमंत्री के ट्वीट पर कई यूजर्स ने सवाल खड़े किए. लेखक आयशा सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री के ट्वीट पर रिप्लाई किया कि दिलचस्प बात यह है कि यह परोपकारी व्यक्ति पाकिस्तानी दूतावास नहीं गया और न ही इस पैसे को बाढ़ राहत के लिए इस्तेमाल किया.
पाकिस्तानी पत्रकार इहतशाम उल हक ने ट्वीट पर रिप्लाई किया, “लोल, इसके बजाय खुद से एक सवाल पूछें कि वह पाकिस्तानी दूतावास क्यों नहीं गए.” आपको बता दें कि पाकिस्तान खराब अर्थव्यवस्था के बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है. वहां के हालात बद से बदतर हो चुके हैं. महंगाई चरम पर है. पाकिस्तानी सरकार को IMF से भी कोई खाद मदद मिलती नहीं दिख रही है. यहां रोजाना उपयोग होने वाली चीजों से लेकर अन्य सामग्रियां काफी महंगी हो चुकी हैं. यही वजह है कि ट्वीट के बाद शहबाज शरीफ अपने देश के ही नागरिकों के निशाने पर आ गए.
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