भोपाल। प्रदेश में उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा एवं कांग्रेस (BJP & Congress) में माथापच्ची चल रही है। तीन दिन पहले जोबट में कांग्रेस के टिकट की दाबेदार सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) एवं उनके बेटे विशाल रावत की भाजपा में एंट्री से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, लेकिन इसके बाद जोबट भाजपा में भी उबाल है। सुलोचना के विरोध में भाजपा के स्थानीय नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व के इस फैसले के विरोध में उतर आए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सुलोचना या विशाल में से किसी को भी टिकट दिया जो जोबट भाजपा में बड़ी संख्या में इस्तीफे हो सकते हैं। विरोध के चलते भाजपा नेतृत्व के माथे पर शिकन पडऩे लगी है। नेता मंथन करने में जुट गए हैं कि कहीं जोबट के परिणाम दमोह उपचुनाव की तरह न हो जाएं।
टिकट तय होते ही होंगे इस्तीफे
भाजपा में शामिल होने के बाद विशाल रावत का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे भाजपा से विधानसभा टिकट के साथ जीत के बाद मंत्री बनने का भी दावा कर रहे हैं। जोबट में विशाल रावत का यह ऑडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसी ऑडियो को सुन-सुनकर भाजपा कार्यकर्ताओं का पारा चढ़ रहा है। कार्यकर्ताओं ने नेताओं को देा टूक कहा है कि यदि सुलोचना रावत या विशाल रावत को टिकट दिया जो बड़े स्तर पर इस्तीफे होंगे।
मंथन में जुटी भाजपा
कार्यकर्ताओं के विरोध में बाद मप्र भाजपा में मंथन शुरू हो गया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार टिकट तो विशाल रावत या सुलोचना केा ही मिलेगा। लेकिन इससे पहले पार्टी नाराज कार्यकर्ताओं को हर हाल में मनाने की कोशिश में जुट गई है। इसके लिए पार्टी ने कई नेताओं को जोबट में उतार दिया है।
दमोह में भी था पार्टी के फैसले का विरोध
दमोह में भाजपा ने कांग्रेस विधायक राहुल लोधी को विधायकी छुड़वाकर उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन दमोह में भाजपा को दलबदल का दांव उलटा पड़ गया। पूरी ताकत झोंकने के बाद भी भाजपा दमोह उपचुनाव में जीत नहीं पाई। दमोह में स्थानीय पार्टी नेता राहुल लोधी को भाजपा में शामिल कराने एवं उपचुनाव में प्रत्याशी बनाने से नाराज थे। कार्यकर्ताओं की नाराजगी का परिणाम रहा कि भाजपा को दमोह में हार का सामना करना पड़ा।
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