इंदौर, विकाससिंह राठौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर घोटालों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शराब घोटाले के बाद अब यहां चंदा घोटाला सामने आया है, जिसमें एयरपोर्ट पर पशु कल्याण (एनिमल वेलफेयर) के लिए लगाई गई दान पेटियों में इकट्ठा हुए चंदे में गड़बड़ी का आरोप एनजीओ और एयरपोर्ट अधिकारियों पर लगा है। मामले की शिकायत एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन तक पहुंची है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट पर वर्ष 2020 में पशु कल्याण के लिए काम करने वाली संस्था पीपुल्स फॉर एनिमल द्वारा दो दान पात्र रखने की अनुमति मांगी गई थी। एनजीओ होने के कारण बिना किसी राशि के संस्था को दो दान पेटियां एयरपोर्ट टर्मिनल में दो साल के लिए रखने की अनुमति देते हुए अथोरिटी ने अनुबंध किया था। इनमें से एक दान पेटी डिपार्चर एलिवेटर के पास और एक सिक्यूरिटी होल्ड एरिया में रखी गई थी। इन दान पेटियों में यात्री लगातार दान डालते थे, साथ ही इस पर संस्था ने अपना क्यूआर कोड भी लगाया था, जिस पर यात्री ऑनलाइन भी डोनेशन देते थे। नियमानुसार 2022 में अनुमति की अवधि खत्म होने पर इन दान पेटियों को हटा दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कुछ दिन पहले तक ये दान पेटियां एयरपोर्ट पर रखी रहीं और बकायदा इनमें इकट्ठा होने वाला चंदा निकाला जाता रहा। इस मामले में एक शिकायत के बाद इन पेटियों को हटा दिया गया है।
अधिकारियों की मिलीभगत से अवधि खत्म होने के बाद भी जारी रही चंदा वसूली
इस संबंध में एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन को की गई शिकायत में कहा गया है कि जब दान पेटियां एयरपोर्ट पर लगाने की अनुमति दी गई थी, तब यह शर्त रखी गई थी कि इन्हें हर तीन माह में संस्था पदाधिकारी एयरपोर्ट अधिकारियों के सामने खोलेंगे और इसमें आई राशि का हिसाब अधिकारी दर्ज करेंगे, इसके बाद इसे संस्था ले जा सकेगी, लेकिन पिछले दो सालों से इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा गया है। शिकायत में कहा गया है कि अवधि खत्म होने के बाद अधिकारियों की मिलीभगत से संस्था चंदा वसूलती रही और इसे संस्था पदाधिकारी और एयरपोर्ट के अधिकारी हजम करते रहे। पेटियों में हर तीन माह में 3 से 4 लाख का चंदा इकट्ठा होता था। दो साल में यह राशि 25 से 30 लाख हो चुकी है, वहीं पेटियों पर लगे क्यूआर कोड से दी गई दान राशि का तो हिसाब ही नहीं है।
फोटो खींचने पर एक अधिकारी को नोटिस
इस मामले में जब एयरपोर्ट पर पहली बार एक अधिवक्ता द्वारा शिकायत की गई तो एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने टर्मिनल में काम करने वाली एक कंपनी के कर्मचारियों से दान पेटियों के फोटो खिंचवाए। शिकायत मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों ने फुटेज देखे और कंपनी को नोटिस जारी करते हुए फोटो खींचने को टेंडर शर्तों के खिलाफ बताया। इस पर कंपनी ने बताया कि ये फोटो एयरपोर्ट के ही एक अधिकारी के निर्देश पर खींचे गए थे। इस पर वरिष्ठ अधिकारियों ने एयरपोर्ट के उक्त अधिकारी को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है, जिसके जवाब में अधिकारी ने भी दान पेटियां लगाए जाने के टेंडर और अनुमति सहित सभी दस्तावेज मांगते हुए पूछा है कि क्या फोटो खींचना कोई अपराध है।
मेनका गांधी का है एनजीओ
बताया जा रहा है कि यह पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था भाजपा सांसद मेनका गांधी की है। इस एनजीओ के इंदौर की यूनिट हेड प्रियांशु जैन हैं। जब इस मामले में उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया। इस मामले में एयरपोर्ट प्रबंधन ने एक कमेटी बनाकर जांच भी शुरू की है, जिसमें देखा जा रहा है कि कैसे दान पेटियां अनुमति अवधि खत्म होने भी हटाई नहीं गईं और इसमें इकट्ठे होने वाले दान का हिसाब रखा गया या नहीं। बताया जा रहा है कि मुख्यालय से भी शिकायत के आधार पर जवाब मांगा गया है।
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