नई दिल्ली। भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम ने एक साल पहले भुवनेश्वर के प्रतिष्ठित कलिंगा स्टेडियम में आयोजित एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर में जीतकर टोक्यो ओलंपिक में अपनी जगह पक्की की थी।
मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली पुरुष टीम ने रूस को 11-3 के स्कोर से आराम से हरा दिया, जबकि रानी रामपाल की अगुवाई वाली महिला टीम ने अमेरिका को 6-5 से नजदीकी मुकाबले में हराकर बाहर कर दिया था।
रानी ने उन्ही दोनों मैचों को याद करते हुए कहा, “हमने स्पष्ट रूप से पहले मैच में 5-1 से शानदार जीत के साथ धमाकेदार शुरुआत की थी। यह पहली बार था जब हम (महिला टीम) कलिंग स्टेडियम में खेल रहे थे और हमने दर्शकों के समर्थन का पूरा फायदा उठाया। जिसके चलते हमने बाहरी टीम के खिलाफ कुछ अविश्वसनीय गोल दागे। कलिंग स्टेडियम में पहले मैच में जीतना अविश्वसनीय लगा।”
उन्होंने कहा, “दूसरे मैच में हम पिछड़ रहे थे। हाफ टाइम के बाद ड्रेसिंग रूम में चिल्लाना और चीखना हो रहा था, और सभी गुस्सा थे। हमारे हाथ से मैच निकल रहा था। मैंने सविता (उप कप्तान) से कहा था कि हम अपने घरेलू समर्थकों के सामने नहीं हार सकते।”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन यह कोच सोज़र्ड मारिजेन के समझदारी भरे शब्द थे जिसने हमें मैच में वापसी दिलाई। उन्होंने कहा था कि सोचो घड़ी अभी शुरू हुई है, भूल जाओ पहले हाफ में क्या हुआ।”
रानी का मानना है कि उस टूर्नामेंट में मिले अनुभव से उन्हें ओलंपिक में अपने पहले मैच में नीदरलैंड जैसी बड़ी टीम के खिलाफ खेलने में मदद मिलेगी।
दूसरी ओर मनप्रीत ने कहा कि टीम ओलंपिक की तैयारियों में अच्छी तरह से आकार ले रही है। उन्होंने कहा, “देश में कोविड-19 के साथ चल रही लड़ाई के बावजूद ओलंपिक के लिए हमारी तैयारियों में कोई बाधा नहीं आई है, इसके लिए हम साई और हॉकी इंडिया के आभारी हैं। हम एक टीम के रूप में अच्छी तरह से आकार ले रहे हैं और प्रशिक्षण में बहुत व्यवस्थित दृष्टिकोण के लिए धन्यवाद।”
ओलंपिक क्वालीफायर को याद करते हुए, मनप्रीत ने कहा: “कलिंगा स्टेडियम में खेलना हमेशा एक शानदार अहसास होता है। अब हमारा ध्यान मैच के लिए तैयार होने पर है ताकि जब भी हमें अंतरराष्ट्रीय टीमों के खिलाफ खेलने की मंजूरी मिले, हम चुनौती का सामना करें और अच्छी फॉर्म में रहें।” (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved