
इंदौर। नवरात्रि (Navratri) के समापन अवसर पर नवमी (Navami) तिथि के दिन जहां हर घर में कन्याओं का पूजन (Kanya Pooja ) किया जा रहा था, वहीं डाक्टरों (Doctors) ने एक अनूठी (unique) पहल शुरू की है। अस्पताल में कन्या जन्म का 51 प्रतिशत का खर्च माफ कराया जाएगा। वहीं कन्या जन्म पर विशेष छूट दिलाई जाएगी। लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक अनोखी पहल की जा रही है, ताकि हर घर में कन्या जन्म पर मातम नहीं, उत्सव का माहौल हो।
देश में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कन्या के जन्म पर खुशियां नहीं, बल्कि आर्थिक संकट की चिंता के चलते मातम का माहौल रहता है और यदि उसी परिवार में दूसरी बेटी का जन्म हो जाए तो यह चिंता और बढ़ जाती है। रामनवमी के अवसर पर शहर के एक हास्पिटल ने बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी पहल की है। लाड़ली बिटिया योजना का शुभारंभ करते हुए अस्पताल में जन्म लेने वाली बच्चियों के परिवार को 51 प्रतिशत छूट देने की पहल की है। इस योजना के तहत कन्या के जन्म को उत्सव की तरह मनाने और माता-पिता को आर्थिक सहायता प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। मेडिकेयर हास्पिटल के डायरेक्टर अनुपम लाहोटी ने बताया कि बेटियां अपने माता-पिता के सम्मान और सुरक्षा के लिए जीवनभर समर्पित रहती हैं, लेकिन उन्हें आज भी पराया धन मानकर ही पालन-पोषण किया जाता है। इस सोच को बदलने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। रामनवमी के अवसर पर कन्या पूजन कर इसकी शुरुआत की गई। कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी व विधायक महेंद्र हार्डिया भी पहुंचे और बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की बात कही। उनके अनुसार यह पहल इंदौर शहर मेें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को और मजबूती प्रदान करेगी।