उज्जैन। केंद्र के समान सभी तरह के भत्ते दिए जाने तथा सार्थक एप पर हाजिरी की अनिवार्यता से चिकित्सकों को अलग रखे जाने आदि मांगों को लेकर आज सुबह जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने दो घंटे हड़ताल रखी और ओपीडी से लेकर वार्डों में उपचार संबंधी कोई कार्य नहीं किया। इससे मरीज परेशान होते रहे। केवल इमरजेंसी सेवा इस दौरान चालू रही। चिकित्सा अधिकारी संघ के आह्वान पर कल भी जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर काम किया था। संघ के अध्यक्ष डॉ. अनिल भार्गव ने बताया कि आज सुबह 9 से 11 बजे तक जिला अस्पताल के सभी चिकित्सकों ने काम बंद हड़ताल रखी। इसके पीछे उन्होंने कारण बताया कि चिकित्सकों को भी अन्य कर्मचारियों की तरह केंद्र के समान भत्ते मिलना चाहिए।
इसके अलावा उत्तरप्रदेश व हरियाणा राज्य की तर्ज पर प्रदेश के सभी चिकित्सकों को वेतनमान लागू होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार चिकित्सकों की हाजिरी के लिए अनिवार्य किए गए सार्थक एप के नियम को वापस ले। इसे लेकर आंदोलन किया जा रहा है। हालांकि सुबह 11 बजे बाद डॉक्टरों ने कामकाज शुरू कर दिया था लेकिन इसके पहले हड़ताल के कारण आज सुबह 2 घंटे तक मरीजों को ओपीडी में कोई उपचार सुविधाएँ नहीं मिली। यहां तक कि आपरेशन और पोस्टमार्टम भी इस दौरान नहीं किए गए। डॉक्टरों ने कहा कि आज सुबह वार्डों में नियमित निरीक्षण भी नहीं हुआ और सभी तरह के कार्य से डॉक्टर दूर रहे। हालांकि इमरजेंसी सेवा को बहाल रखा गया था। हड़ताल के कारण आज उन मरीजों को काफी परेशानी आई जिनका आज आपरेशन होना था। गंभीर मरीजों को भी सुबह रूटीन चेकअप नहीं होने से परेशान होना पड़ा।
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