नई दिल्ली । कोलकाता के साथ-साथ पूरे हिंदुस्तान में (In Kolkata as well as all over India) डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं (Doctors are Protesting) । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद हत्या के मामले में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे है।
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टर हड़ताल कर धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि आरजी कर मेडिकल कालेज में महिला डॉक्टर के दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने के अलावा प्रोटेक्शन एक्ट के लिए सरकार से लिखित आश्वासन, पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और अस्पतालों की हालत में सुधार होना चाहिए। राम मनोहर लोहिया अस्पताल की डॉक्टर ज्योति ने कहा, “हमारी पहली मांग यही है कि दोषी को त्वरित प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए। साथ ही हम चाहते हैं कि 14 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में जो तोड़फोड़ हुई थी, उसमें गिरफ्तारी हो। इसके अलावा प्रोटेक्शन एक्ट के लिए हमें सरकार से लिखित आश्वासन चाहिए। अगली मांग हमारी यह है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाय। बेकार प्रशासनिक व्यवस्था जैसे- सीसीटीवी का न होना, डार्क शेड वाले एरिया होने की वजह से हमारे इस अस्पताल में ड्यूटी करने वाले हर व्यक्ति को कभी न कभी असुरक्षित जरूर महसूस होता है।”
एमबीबीएस के तृतीय वर्ष के छात्र आदर्श मिश्रा ने कहा, “जब डॉक्टरों की सुरक्षा की बात आती है तो सरकार पीछे हट जाती है। पश्चिम बंगाल में इतना बड़ा कांड हो गया और वहां की सरकार सोती रही। इसके बाद वहां पर धरना दे रहे डॉक्टरों को गुंडों ने पीटा। राज्य में किसी व्यक्ति की सुरक्षा है ही नहीं। चौबीस घंटा लोगों की सेवा करने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कड़े नियम बनने चाहिए।”
सीएचसी हाजीपुर में पश्चिम बंगाल की एक महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस घटना ने देशभर में गुस्से और आक्रोश की लहर फैला दी है। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए एसएमओ डॉ. हरमिंदर सिंह ने इस घटना को बेहद निंदनीय बताया और देश में बढ़ती ऐसी घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की। डॉ. हरमिंदर सिंह ने कहा कि महिला डॉक्टर के साथ हुई इस क्रूर घटना को पहले आत्महत्या बताकर दबाने की कोशिश की गई थी। परंतु, घटना का वीडियो सामने आने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद अस्पताल में गुंडों ने घुसकर और भी हिंसा की, जिससे मामला और बिगड़ गया।
प्रदर्शन के दौरान डॉ. सिंह ने सरकारों पर आरोप लगाया कि इस तरह की घटनाओं के बढ़ते मामलों के बावजूद कोई सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टर, जो आम जनता को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करते हैं, इस तरह की क्रूरता बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से मांग की कि चिकित्सा अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
डॉ. सिंह ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पश्चिम बंगाल की घटना पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने उत्तराखंड में भी इसी तरह की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि देश में कानून व्यवस्था इतनी कमजोर हो गई है कि ऐसे अपराधी बेखौफ होकर अपने कृत्य कर रहे हैं। उन्होंने चेताया कि अगर कानून को ईमानदारी से लागू नहीं किया गया, तो ऐसी घटनाएं रुकना मुश्किल है। डॉ. सिंह और प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार से मांग की कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए तुरंत कार्रवाई करें।
हैदराबाद के गांधी अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मुंबई में नायर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छत्रपति संभाजीनगर के अस्पताल में डॉक्टरों ने आंदोलन शुरू किया है। इस दौरान बड़ी संख्या में डॉक्टरों की उपस्थिति देखी गई।
गौरतलब है कि पिछले दिनों कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गई थी। वह अस्पताल में स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा थी और चेस्ट मेडिसिन विभाग में हाउस स्टाफ के रूप में भी काम कर रही थीं। अस्पताल के कर्मचारियों ने अस्पताल की आपातकालीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर उनका शव देखा था।
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