गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम (Gurugram) के नामी डॉक्टर और भाजपा नेता ( BJP Leader) सचिंदर जैन (Sachinder Jain) करोड़ों की चोरी का मास्टरमाइंड (Mastermind) निकला है। आरोपी सचिंदर जैन भाजपा (BJP) से टिकट लेकर चुनाव लड़ने का दावा कर रहा था। गैंगस्टर के करीबी इस डॉक्टर ने करोड़ों की चोरी की साजिश रची थी। डॉक्टर सचिंदर जैन गैंगस्टर विकास लगरपुरिया (Vikas Lagarpuria) के साथ मिलकर इस हाई प्रोफाइल चोरी का प्लान बनाया था। STF टीम ने डॉक्टर सचिंदर जैन और एक अन्य को गिरफ्तार कर इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। गुरुग्राम के अल्फा जी कॉर्प मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में करोड़ों की चोरी की साजिश रची थी। अभी तक गिरफ्तार (Arrested) आरोपियों से 1 करोड़ 90 लाख कैश, 3 किलो सोना और 64 हज़ार 500 यूएस डॉलर बरामद किया जा चुका है। STF चीफ ने बताया कि चोरी के रुपयों से खरीदा गया करोड़ों का गोल्ड और कैश फॉरेन करेंसी में कंवर्ट की गई है। मामले की जांच जारी है। एसटीएफ चीफ ने करोड़ों के हेर फेर मामले में परिवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स विभाग को लिखित में शिकायत की है। इससे पहले गुरुग्राम पुलिस (police) ने इस चोरी को महज 50 लाख रुपये का बताया था। 50 लाख की चोरी मामले में गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली पुलिस (Gurugram Police Delhi Police) के जवान को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था। 10 दिन पहले हाई प्रोफाइल मामला एसटीएफ को ट्रांसफर हुआ था।
गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के साथ मिलकर रची साजिश
STF टीम ने चोरी के मास्टरमाइंड (mastermind) दो डाॅक्टर्स को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इन आरोपियों में सचिंदर जैन खुद को भाजपा का बड़ा नेता बताता रहा है और हरियाणा के CM के साथ उसके कई फ़ोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हैं। STF चीफ सतीश बालन की माने तो डॉक्टर सचिंदर जैन नवल, डॉक्टर जेपी सिंह और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल में तैनात विकास गुलिया ने गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के साथ मिल करोड़ों की चोरी की साजिश रची थी।
पुलिस ने बताया था 50 लाख की चोरी बता दें कि 20 अगस्त को अल्फा जी कॉर्प मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने खेड़कीदौला थाने में चोरी की वारदात दर्ज करवाई थी, लेकिन बड़ी बात ये थी थी इस शिकायत में चोरी कि रकम का कोई जिक्र नहीं था। गुरुग्राम पुलिस ने मामले की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात विकास गुलिया और एक अन्य को गिरफ्तार कर लाख रूपए नगद बरामद कर दोनों आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया था। गुरुग्राम पुलिस ने दावा किया था कि ये महज 50 लाख की ही चोरी का मामला है।
पुलिस की जांच से असंतुष्ट अफसरों ने STF को सौंपी जांच
लेकिन हरियाणा पुलिस के आला अफसर इस जांच से संतुष्ट नहीं हुए और मामले की जांच एफटीएफ को सौंप दी। एसटीएफ चीफ ने न केवल इस मामले में शामिल बड़े चेहरों को बेनकाब कर दिया बल्कि खुलासा किया कि कैसे डॉक्टर सचिंदर जैन नवल ने गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के साथ मिल करोड़ों की साजिश रच बड़ी वारदात को अंजाम दे डाला। सूत्रों की माने तो डॉक्टर सचिंदर जैन का भाजपा से जुड़े होने के नाते अच्छा खासा रसूख था और वो खुद हरियाणा के बरवाला इलाके में राजनीति में भी काफी सक्रिय थे. जिसके चलते उन्हें लगता था कि गुरुग्राम पुलिस के हाथ उनके गिरेबां तक नही पहुंचेगी, लेकिन अब एसटीएफ ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
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