img-fluid

क्‍या आपके भी बार-बार मिस होते हैं पीरियड्स? प्रेग्नेंसी के अलावा भी हो सकते हैं ये कारण

  • March 29, 2025

    नई दिल्ली । अगर कोई महिला किसी पुरुष के साथ रिलेशन में है और किसी महीने उसे पीरियड्स नहीं होते हैं तो उसके दिमाग में सबसे पहले यही आता है कि कहीं वो प्रेग्नेंट तो नहीं है. ऐसी स्थिति अक्सर उन महिलाओं को चिंता और खौफ से भर देती हैं जो प्रेग्नेंसी की प्लैनिंग (pregnancy planning) नहीं कर रही होती हैं. इसके बाद वो तुरंत प्रेग्नेंसी टेस्ट करने लगती हैं.

    अविवाहित महिलाओं या जो महिलाएं गर्भधारण (women pregnancy) के लिए तैयार नहीं हैं, उनके लिए पीरियड मिस होना एक बुरे सपने की तरह होता है. कोई भी महिला ये अनुभव नहीं करनी चाहती. लेकिन पीरियड्स मिस होने की केवल यही वजह नहीं है. लाइफस्टाइल के कुछ फैक्टर्स, बीमारी, कुछ दवाएं या महिला की फिजिकल कंडीशन (physical condition) भी पीरियड्स को प्रभावित कर सकती है. अगर आप गर्भवती नहीं हैं तो लेट पीरियड का सबसे आम कारण अत्यधिक वजन घटना, हार्मोन में असंतुलन और मोनापॉज (रजोनिवृत्ति) हो सकता है.


    लेट हैं पीरियड्स, इस तरह पहचानें
    अगर आपके पीरियड (माहवारी) का साइकल 28 दिन का है और 29 या 30 दिन तक आपको यह नहीं होता है तो इसका मतलब है कि आपके पीरियड्स लेट हैं. ऐसा कई बार होता है और इसमें फिक्र करने की बात नहीं है. लेकिन अगर आपको 40 दिन से ज्यादा समय तक पीरियड ना हों तो इसे आप पीरियड मिस होना मान सकती हैं. अगर बार-बार ऐसा तो इस स्थिति में आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए.

    1. तनाव
    अत्यधिक तनाव आपके शरीर में गोनैडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन (GnRH) के उत्पादन को बाधित करता है. यह हार्मोन आपके ओव्यूलेशन और मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने का काम करता है. मासिक धर्म में देरी शारीरिक और मानसिक तनाव दोनों की वजह से हो सकती है. बहुत तनावपूर्ण स्थितियों की वजह से पीरियड मिस होना कोई बड़ी बात नहीं है. हालांकि, अगर आप लंबे समय से तनाव में हैं और एक से अधिक महीने तक आपको पीरियड नहीं हुए तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. एक बार जब आपका तनाव सामान्य स्तर पर लौट आएगा तो आपका पीरियड साइकल भी कुछ महीने में सामान्य हो जाएगा.

    2.हाई इंटेंसिटी वर्कआउट
    हाई इंटेंसिटी वर्कआउट आपके पिट्यूटरी और थायरॉइड हार्मोन में परिवर्तन का कारण बन सकता है जिससे आपके पीरियड्स और शरीर का ओव्यूलेशन प्रॉसेस प्रभावित हो सकता है. प्रतिदिन एक या दो घंटे व्यायाम करने से आपके पीरियड्स प्रभावित नहीं होते लेकिन इससे ज्यादा समय तक व्यायाम इन हार्मोनल परिवर्तनों का कारण बन सकता है. अगर आप ज्यादा व्यायाम करना चाहते हैं तो उससे पहले किसी स्पोर्ट्स मेडिसिन हेल्थकेयर एक्सपर्ट से परामर्श जरूर करें. इससे यह होगा कि वो एक्सपर्ट आपके शरीर को पहले इसके लिए तैयार करेगा ताकि हाई इंटेंसिटी वर्कआउट का आपके शरीर पर दुष्प्रभाव ना पड़े.

    3. लाइफस्टाइल में बदलाव
    शेड्यूल बदलने से आपके शरीर के सिस्टम पर बहुत बुरा असर होता है, भले ही शुरुआत में आपको इसका अंदाजा ना हो. अगर आप कभी दिन तो कभी रात की शिफ्ट करते हैं या आपका शेड्यूल आमतौर पर अनियमित रहता है तो इससे आपके पीरियड्स काफी हद तक प्रभावित हो सकते हैं. इसकी वजह से आपको कई बार पीरियड जल्दी या देर से हो सकते हैं.

    4.दवाओं का प्रभाव
    कुछ दवाएं जैसे एंटीडिप्रेसेंट, एंटीसाइकोटिक्स, थायरॉइड की दवाएं, एंटीकॉनवल्सेंट और कुछ कीमोथेरेपी दवाएं भी आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकती हैं. इसके अलावा गर्भनिरोधक गोलियों से भी आपके पीरियड्स में गड़बड़ी होती है.

    5. वजन में बदलाव या वजन बढ़ना
    कई बार आपके घटते-बढ़ते वजन की वजह से भी आपके पीरियड्स प्रभावित होते हैं. मोटापे से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन पर असर पड़ता है और इससे प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है.

    अधिक वजन होना भी पीरियड मिस होने का एक कारण हो सकता है. वजन कम करने से महिलाओं के मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. गंभीर रूप से कम वजन होना भी नियमित पीरियड साइकिल को प्रभावित करता है. जब शरीर में वसा और अन्य पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तो शरीर उस तरह से हार्मोन्स का उत्पादन नहीं कर पाता है, जैसा उसे करना चाहिए. इस स्थिति में आपके पीरियड्स गड़बड़ा जाते हैं.

    6. मेनापॉज
    मेनापॉज (रजोनिवृत्ति) एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाओं में मासिक धर्म की प्रक्रिया खत्म होने लगती है. इससे पहले हालांकि आपको हल्के, कम या कई बार-बार पीरियड्स हो सकते हैं. यह समस्या तब और बढ़ जाती है जब महिलाएं प्रीमेनोपॉज फेज से गुजरती हैं. इस वजह से उन्हें लगता है कि कहीं वो प्रेग्नेंट तो नहीं हैं जिस वजह से कई बार महिलाएं मानसिक तनाव का शिकार हो जाती हैं. ऐसे में पीरियड मिस होने पर महिलाओं को परेशान होने की जगह डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

    नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के उद्देश्‍य से पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.

    Share:

    भूकंप से 150 की मौत, 700 से ज्यादा घायल, 8 सेकंड में कांप उठे म्यांमार समेत 5 मुल्क

    Sat Mar 29 , 2025
    नई दिल्ली. कहते हैं कि प्रकृति (Nature) समय-समय पर इंसानों को ये याद दिलाती रहती है कि उन्हें इस पृथ्वी (Earth) पर किराएदार की तरह रहना चाहिए, मालिक की तरह नहीं. और आज म्यांमार (Myanmar) और थाईलैंड (Thailand) में भूकंप (earthquake) के रूप में एक नया रिमाइंडर आया है. म्यांमार में सुबह साढ़े 11 बजे […]
    सम्बंधित ख़बरें
    खरी-खरी
    बुधवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives

    ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved