नई दिल्ली। 30 मई को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या (Amavasya ) और सोमवार (monday) का दिन है। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या(Somvati Amavasya ) के नाम से जाना जाता है। अमावस्या तिथि 30 मई को शाम 5 बजे तक रहेगी। 30 मई की रात 11 बजकर 38 मिनट तक सुकर्मा योग रहेगा। साथ ही इस दिन सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक कृत्तिका नक्षत्र (Krutika Nakshatra) रहेगा, उसके बाद रोहिणी नक्षत्र लग जायेगा। इसके अलावा आज स्नान-दान-श्राद्धादि की अमावस्या और वट सावित्री व्रत तीसरा और आखरी दिन है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन कुछ खास उपाय करने से आपको अलग-अलग फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं सोमवती अमावस्या के दिन आपको कौन से उपाय करने चाहिए।
यदि आपके घर में कोई सदस्य कुछ दिनों से बीमाप चल रहा है या फिर आप खुद बीमार हैं तो सोमवती अमावस्या के दिन स्नान आदि के बाद बीमार व्यक्ति के पहने हुए कपड़े से एक धागा निकालें और उस धागे को रूई के साथ लपेटकर उसकी बत्ती बना लें। अब एक मिट्टी के दिये में सरसों का तेल डालकर, वह बाती लगा दें और हनुमान जी(Hanuman ji) के मन्दिर के बाहर वह दीपक जला दें।
अगर आप बेरोजगारी (Unemployment) की समस्या से परेशान हैं या आपको लगता है कि आपका कोई सीनियर आपके प्रमोशन में बाधा बन रहा है, तो इस दिन शाम के समय एक नींबू लेकर, उसके चार अलग-अलग टुकड़े कर दें और किसी चौराहे पर जाकर चुपचाप चारों दिशाओं में एक-एक नींबू का टुकड़ा फेंक दें।
अपने करियर को एक नई दिशा देने के लिये इस दिन एक पानी वाला नारियल लें और उस पर लाल रंग का धागा सात बार लपेटकर अपने ईष्ट देव का ध्यान करते हुए बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
अपने परिवार से सारी परेशानियों को मिटाने के लिये और खुशियों को बरकरार रखने के लिये इस दिन 5 लाल फूल और 5 तेल के दीपक जलाकर बहते पानी में प्रवाहित कर दें । अगर ये उपाय आप शाम को दिन छिपने के बाद करें, तो और भी अच्छा है। बाकी आप अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं।
अगर खूब मेहनत के बावजूद भी आपको पैसों के मामले में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है, तो इस दिन आपको स्नान आदि के बाद विधि-पूर्वक धूप-दीप आदि से देवी मां की पूजा करनी चाहिए और उसके बाद देवी मां का ध्यान करते हुए चावल से हवन करना चाहिए।
डिस्क्लेमर – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं हम इसकी सत्यता व सटीकता की जांच का दावा नहीं करते हैं।
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