आज का सावन महीनें का शनिवार है और सावन के माह का बहुत अधिक महत्व होता है। सावन का महीना महादेव को समर्पित होता है। सावन के महीने में पड़ने वाले शनिवार (Saturday) का भी विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन हनुमान जी और शनिदेव को समर्पित होता है। शनि देव (Shani Dev) के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है। शनि के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है। हनुमान जी और भोलेनाथ की कृपा से शनिदेव के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या (half-and-half) जिस व्यक्ति पर लगती है, उस पर शनिदेव का सबसे अधिक प्रभाव रहता है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से पीड़ित लोग जरूर करें ये उपाय…
सावन माह के शनिवार के दिन शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से पीड़ित लोगों को शिवलिंग (Shivling) पर जल अर्पित करना चाहिए।
सावन माह में शनिवार के दिन हनुमान जी (Hanuman ji) को चोला चढ़ाना चाहिए। हनुमान जी को चोला चढ़ाने से सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
शनिवार को शनिदेव को तेल अर्पित किया जाता है। ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के वृक्ष की पूजा- अर्चना (worship) करने से शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिल जाती है। शनिवार के दिन पीपल पर जल चढ़ाएं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी के भक्तों पर शनिदेव (Shani Dev) का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है। शनिदेव ने हनुमान जी को वरदान दिया है कि आपके भक्तों पर मेरी बुरी नजर नहीं पड़ेगी।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों (astrologers), धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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