नई दिल्ला। कोरोना की वजह से हर व्यक्ति परेशानी में है। इसकी वजह से लोग टेस्टिंग, बेड और ऑक्सीजन की किल्लत जैसी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। कोरोना के दौर में लोगों को टेस्टिंग में देरी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन आने वाले समय में लोगों को टेस्टिंग की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। सरकार ने होम बेस्ड टेस्टिंग (Home Based Testing) को मंजूरी दे दी है। होम बेस्ड टेस्ट किट के आने से अब कोरोना की जांच में तेजी आएगी। लोग घर बैठे इसकी जांच कर सकते है। आईए जानते हैं कि घर पर टेस्टिंग कैसे करें।
होम टेस्टिंग का इस्तेमाल वही लोग करें जिनमें कोरोना के लक्षण हैं या वो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये हों। वहीं बार-बार टेस्ट नहीं करने की भी सलाह दी गई है। आपको एक मोबाइल ऐप (Mylab Covisself) डाउनलोड करना होगा। यह ऐप Google Play Store और Apple Store पर उपलब्ध है। आपको बताए गए निर्देशों के मुताबिक टेस्ट करना होगा। इसके बाद आपको टेस्ट की फोटो खींचकर ऐप में अपलोड करनी होगी। इसके बाद आपको टेस्ट रिजल्ट (Test Result) मिल जाएगा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी आरअीपीसीआर टेस्टिंग (REPCR) की क्षमता हर दिन करीब 12-13 लाख के बीच है। वहीं, रैपिड एंटीजन टेस्टिंग की क्षमता करीब 17 लाख रोज की है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार ने ‘ईजी टू फॉलो’ एडवायजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के एयरोसोल्स हवा में 10 मीटर तक तैर सकते हैं। सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन (Vijay Raghavan) के कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 (Covid-19) से पीड़ित व्यक्ति की छींक से निकलने वाली ड्रॉपलेट्स दो मीटर में गिर सकती हैं और इससे निकलने वाले एयरोसोल 10 मीटर दूर तक जा सकते हैं।
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