नई दिल्ली। सनातन धर्म (eternal religion) में कई सारे वेद और पुराण हैं, जिनसे करोड़ों लोगो को जीवन में सकारात्मक अनुभूति और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है. इन्हीं में से एक ग्रंथ है गरुड़ पुराण (Garuda Puran). इस पुराण में भगवान विष्णु(Lord Vishnu) की भक्ति के बारे में विस्तार से बताया गया है. गरुड़ पुराण में मानव को कई ऐसी गलतियों से बचने को कहा गया है, जिनके करने से उसके सौभाग्य को दुर्भाग्य में बदलते देर नहीं लगती. आइए जानते हैं कि वे कौन सी बातें हैं, जिनसे हमें बचना चाहिए.
दूसरों की खुशी देखकर जलन न करें
कई लोग ऐसे होते हैं, जो साथ के दूसरे लोगों की खुशी देखकर जलन की भावना रखते हैं. उनकी यह जलन उन्हें अंदर ही अंदर खोखला करती रहती है और उन्हें इस बात का पता तक नहीं चलता. हमें भूलकर भी ईर्ष्या के इस जाल में नहीं फंसना चाहिए और प्रभु ने जो आपको दे रखा है, उसमें खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए.
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
गरुड़ पुराण (Garuda Puran) के मुताबिक मां लक्ष्मी उन्हीं लोगों के घरों में वास करती हैं, जहां पर साफ-सफाई और सात्विकता का वास होता है. अगर आप मैले-कुचैले कपड़े पहनते हैं और घर को गंदा रखते हैं तो समझ जाइए कि मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) कभी भी आपके घर में नहीं टिकेंगी. यानी कि आपको पूरा जीवन निर्धनता में गुजारना होगा. इसलिए गरीबी से बाहर निकलना है तो साफ-सफाई से नाता जोड़ना ही होगा.
आलस्य का करें परित्याग, निंदा रस से रहें दूर
गरुड़ पुराण (Garuda Puran) में कहा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में गिनती के पल जीने के लिए मिले हैं. अब यह उस व्यक्ति के ऊपर है कि वह उन पलों का इस्तेमाल अच्छे कार्यों में करे या फिर निंदा रस का आनंद लेते हुए जिंदगी को आलस्य में गुजार दे. गरुड़ पुराण के मुताबिक, जो लोग समय को बर्बाद कर देते हैं, वे हमेशा दुखी रहते हैं और जीवन में कुछ भी अच्छा हासिल नहीं कर पाते.
रात में दही के सेवन से करें परहेज
गरुड़ पुराण (Garuda Puran) में खान-पान के बारे में बताया गया है. पुराण के मुताबिक दही खाना सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन रात में इसे खाने से बचना चाहिए. रात के वक्त दही खाने से शरीर में तेजाब की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे अच्छी नींद नहीं आती और शरीर बेचैन रहता है. रात में दही खाने से स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच व सटीकता का दावा नही करते हैं.
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