नई दिल्ली. यूरिन(urine) से जुड़ी दिक्कतों का सामना बहुत से लोगों को करना पड़ता है. ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें यूरिन पास करते समय दर्द और जलन का एहसास होता है. यूरिन पास करने के दौरान होने वाली इस तरह की समस्याएं कई बीमारियों (diseases) की ओर इशारा करती हैं. ऐसे में यूरिनेशन के दौरान होने वाली समस्या को डिसुरिया के नाम से जाना जाता है. यूरिन पास करने के दौरान दर्द का एहसास मुख्य रूप से प्राइवेट पार्ट्स (private parts) और मूत्रनली में होता है. ब्लैडर से निकलकर यूरिन जिस पाइप के माध्यम से शरीर से बाहर निकलता है उसे मूत्र मार्ग यानी यूरेथ्रा कहा जाता है. डिसुरिया का एक मुख्य कारण यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन(urinary tract infection) है. यह समस्या होने पर व्यक्ति को यूरिन पास करते समय तेज दर्द और जलन होती है.
डिसुरिया के लक्षण
डिसुरिया (dysuria) होने पर व्यक्ति को यूरिन पास करते समय दर्द, जलन, खुजली का एहसास होता है. यह समस्या यूरिन पास करने से पहले, यूरिनेशन के दौरान और उसके बाद हो सकती है. जिन लोगों को यूरिनेशन की शुरुआत में दर्द महसूस होता है उन्हें अक्सर यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की समस्या होती है. यूरिन पास करने के बाद होने वाली दिक्कत अक्सर ब्लैडर या प्रोस्टेट की समस्याओं की ओर संकेत करता है. तो अगर आपको भी यूरिन पास करते समय इन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए. ये दिक्कतें कुछ इस प्रकार हैं-
– प्राइवेट पार्ट से डिस्चार्ज
– यूरिन से स्मेल आना
– बार-बार पेशाब आना
– किडनी और ब्लैडर (kidney and bladder) में स्टोन
– यूरिन से ब्लड आना
– उल्टी
– प्राइवेट पार्ट्स में खुजली
– बुखार
– बैक और साइड में दर्द
अगर प्रेग्नेंसी (pregnancy) के दौरान भी आपको यूरिन पास करने में जलन का एहसास होता है और यह समस्या 24 घंटे से ज्यादा बनी रहती है तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए.
पेशाब करने के दौरान होने वाले दर्द के कारण
कुछ केमिकल प्रोडक्ट्स (chemical products) का प्राइवेट पार्ट्स में इस्तेमाल करने से इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जैसे- स्किन लोशन, बबल बाथ केमिकल्स और साबुन आदि.
यूरिन पास करने के दौरान दर्द महसूस होने के अन्य कारण ये हैं-
– बैक्टीरियल ब्लैडर इंफेक्शन
– वायरल ब्लैडर इंफेक्शन
– ट्रॉमा
ऐसे पता लगाएं यूरिन में दर्द का कारण
इसके लिए डॉक्टर आपका यूरिन टेस्ट कर सकते हैं. दर्द का पता लगाने के लिए यूरिन में व्हाइट ब्लड सेल्स, रेड ब्लड सेल्स, प्रोटीन, ग्लूकोज और केमिकल्स की मात्रा का पता लगाया जाता है. यूरिन में व्हाइट ब्लड सेल्स अधिक होने पर यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की ओर इशारा करता है.
इसके अलावा डॉक्टर आपको यूरिन कल्चर टेस्ट के लिए भी कह सकते हैं ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि किस बैक्टीरिया के कारण यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हो रहा है. इन टेस्ट्स के जरिए भी आप यूरिन पास करने के दौरान होने वाले दर्द का कारण पता लगा सकते हैं. जैसे-
– पेल्विक एक्ज़ाम
– वेजाइनल फ्लूइड एग्ज़ाम
– किडनी और ब्लैडर अल्ट्रासाउंड
– सिस्टोस्कोपी
– एमआरआई
– सिटी स्कैन
ट्रीटमेंट
यूरिन पास करने के दौरान होने वाले दर्द का ट्रीटमेंट करने के लिए इसके सही कारणों का पता होना जरूरी है. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को एंटीबाोटिक्स की मदद से ठीक किया जा सकता है और डिसुरिया अपने आप कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है. अगर आपको जलन के कारण सूजन का सामना करना पड़ रहा है तो इसके लिए डॉक्टर आपको उन चीजों का इस्तेमाल ना करने का सलाह देते हैं जिससे यह दिक्कत हो रही हो. इसके अलावा यीस्ट इंफेक्शन की समस्या होने पर डॉक्टर आपको एंटीफंगल दवाई लेने की सलाह दे सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है. इसे अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)
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