नई दिल्ली. थकान और हड्डी का दर्द (bone pain) आजकल आम परेशानी हो चुकी है. इसकी वजह हो सकती है, लेकिन इसका कनेक्शन कैंसर (cancer) से है तो आपको वक्त रहते अलर्ट हो जाने की जरूरत है क्योंकि ये आपके शरीर को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.
गंभीर बीमारी है बोन कैंसर
कैंसर का एक प्रकार है बोन कैंसर (Bone Cancer), हालांकि इस बीमारी की शुरुआत किसी भी हड्डी से हो सकती है, लेकिन ये आमतौर पर ये लंबी हड्डियों जैसे बांह, पैर और पेलविस को नुकसान पहुंचाता है.
बोन कैंसर के लक्षण
बोन कैंसर (Bone Cancer) के लक्षण मुख्य रूप से शरीर में थकान और हड्डी का दर्द. अगर दर्द ज्यादा बढ़ जाए तो इससे नजरअंदाज करना बड़ी भूल होगी. ये एक तरह का क्रोनिक पेन है जो पेन किलर से ठीक नहीं होता है. इसके अलावा वजन का कम होना, शरीर के प्रभावित हिस्से में सूजन भी इसके लक्षण में शामिल हैं.
क्यों होती है ये बीमारी?
बोन कैंसर (Bone Cancer) की बीमारी क्यों होकी है इसको पूरे यकीन के साथ कहना मुश्किल है, लेकिन इसकी मुख्य वजह पर्यावरणीय और वंशानुगत कारक हो सकते हैं. अगर फैमिली में किसी को ये बीमारी हो चुकी है तो है तो बेहद मुमकिन है कि आपके अंदर भी इसके आनुवंशिक जीन मौजूद हों. साथ ही अगर इस खतरनाक बीमारी से बचना है रेडिएशन के हाई डोज से खुद को जरूर बचाएं.
बोन कैंसर के इलाज
1. कीमोथेरेपी
इसमें कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल होता है जो शरीर में मौजूद कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर देता, इसके जरिए ट्यूमर के साइज को कम करने में मदद मिलती है जिसके बाद सर्जरी का करना थोड़ा आसान हो जाता है
2. सर्जरी
सर्जरी के जरिए कैंसर युक्त ट्यूमर को अलग किया जा सकता है. इसके अलावा बेहद गंभीर स्थिति में पूरी हड्डी को शरीर से हटाना पड़ता है. ट्रीटमेंट का लेवल इस बात पर निर्भर करता है कि बोन कैंसर की बीमारी कितनी गंभीर है.
3. रेडिएशन थेरेपी
रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) में पावरफुर तरंगों जैसे एक्स-रे, प्रोटॉन और हाई बीम लाइट का इस्तेमाल किया जाता है जिससे कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने में मदद मिलती है, ये थेरेपी दर्द से छुटकारा दिलाने में मददगार है.
नोट-
उपरोक्त दी गई जानकारी सामान्य सूचना के लिए हैं, हम इसकी सत्यता व सटीकता की जांच का दावा नही करते हैं. कोई भी सवाल या परेशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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