डेस्क: उम्र के साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं. उनमें से एक है कमर का दर्द. हालांकि कमर का दर्द उम्र के साथ बढ़ता है, जिसे अधिकतर लोग नजरअंदाज करते हैं. कोविड-19 के बाद कई लोगों के पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या बढ़ी है. ये दर्द कमर की राइट और लेफ्ट साइड में होता है.
जो कई बार गंभीर और दर्दनाक हो सकता है. पीठ के निचले हिस्से में दर्द, मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं में से एक है. इस स्थिति से मांसपेशियां, हड्डियां और लिमामेंट्स प्रभावित हो सकती हैं. कमर के राइट और लेफ्ट साइड में होने वाला दर्द रीढ़ की हड्डी में डिस्क से संबंधित हो सकता है.
मांसपेशियों में मोच या खिंचाव : द हेल्दी डॉट कॉम के अनुसार कमर के दोनों तरफ होने वाले दर्द का सबसे आम कारण मांसपेशियों में मोच या खिंचाव है. ये अक्सर खराब पोश्चर और एक्सरसाइज के दौरान होता है. इस स्थिति में मांसपेशियों पॉप-अप हो जाती हैं. गलत तरीके से उठने और अधिक वजन उठाने की वजह से भी ये दर्द उबर सकता है.
खराब पोश्चर : बुढ़ापा और खराब पोश्चर ये दो प्रमुख कारण हैं जो लोगों को कमर के लेफ्ट और राइट साइड में दर्द का अनुभव करा सकती हैं. कोविड के बाद ये समस्या अधिक बढ़ गई है. लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठने से भी कमर में दर्द की शिकायत हो सकती है. पीठ और कोर के कमजोर होने पर भी कमर में दर्द बढ़ जाता है. इसलिए बैठने की पोजीशन पर विशेष ध्यान देना होगा.
कमजोर कोर मांसपेशियां : यदि कोर की बात करें तो रीढ़ की हड्डी को प्रोटेक्ट न करने की स्थिति में भी कमर में दर्द हो सकता है. कोर मसल्स रीढ़ की हड्डी के साथ राइट और लेफ्ट साइड की मांसपेशियों से भी जुड़ी होती हैं. यदि कोर कमजोर है तो फ्लेक्सिंग और रीढ़ की हड्डी में दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है.
पथरी : कमर के राइट और लेफ्ट साइड में होने वाला दर्द किडनी स्टोन का संकेत भी हो सकते हैं. ये दर्द पीठ के थोड़ा ऊपर और पसलियों के नीचे हो सकता है. पथरी जितनी बड़ी होगी दर्द उतना ही अधिक होगा. कमर के निचले हिस्से में दर्द होना कई बार गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है. अधिक समस्या होने पर चिकित्सक से परामर्श करना जरूरी है.
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