नई दिल्ली। विटामिन्स की कमी हमारे शरीर को कई तरह से खतरे में डालती है. विटामिन डी 3 और बी 12 की कमी आपके लिए बहुत बुरा कर सकती है. विटामिन डी (Vitamin D) के दो मुख्य रूप हैं, ‘सनशाइन विटामिन’ – विटामिन डी2 और डी3. ये प्राकृतिक रूप से कुछ पौधों में पाया जाता है जबकि इसका प्राइमरी सोर्स सूरज की रोशनी है. विटामिन डी को मांस के सेवन से भी प्राप्त किया जा सकता है. मस्तिष्क से लेकर हड्डियों तक हमारे शरीर की हर कोशिका को विटामिन डी3 (Vitamin D3) की जरूरत होती है. ये विटामिन हमारे शरीर में कई जीनों कार्यों को नियंत्रित करते हैं. इसलिए विटामिन डी3 की कमी से कई समस्याएं हो सकती हैं.
साथ ही विटामिन बी12 (Vitamin B 12) को भी कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. विटामिन बी12 के फूड सोर्सेज (Food Sources Of Vitamin B12) को डाइट में शामिल कर अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखा जा सकता है. इन दोनों विटामिन की कमी को हल्के लेने की गलती बिल्कुल न करें.
– प्रतिरक्षा सिस्टम को बिल्ड करने में मददगार है.
– थायराइड और यौन हार्मोन का उत्पादन करने में फायदेमंद.
– मानसिक स्वास्थ्य का रखता है ख्याल.
– मजबूत हड्डियों के लिए कैल्शियम, फॉस्फोरस को एब्जॉर्ब करता है.
– विटामिन डी3 सिर्फ एक विटामिन नहीं है. यह एक हार्मोन की तरह काम करता है.
विटामिन बी12 के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits Of Vitamin B12)
विटामिन बी12 भी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जिसकी हमारे शरीर को जरूरत होती है. जानें शरीर में ये विटामिन क्या कार्य करता है.
– ऊर्जा बनाए रखने में मददगार.
– कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है.
– आंत स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद.
– रेड ब्लड सेल्स को बनाना है.
– तंत्रिका स्वास्थ्य यानि मेंटल हेल्थ का ख्याल रखता है.
– मेमोरी बढ़ाने में सहायक.
– मूड को रेगुलेट करता है.
कैसे पहचानें विटामिन डी3 और बी12 की कमी | How To Recognize Vitamin D3 And B12 Deficiency
शरीर में दर्द, मस्तिष्क थकावट, थकान, हार्मोनल असंतुलन, नाखून खराब होना और स्मृति हानि, कमजोर हड्डियां इन दोनों विटामिनों की कमी से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हो सकती हैं.
विटामिन डी3 और बी12 के फूड सोर्सेज (Food Sources Of Vitamin D3 And B12)
1. सैल्मन
सैल्मन विटामिन डी का एक बेहततरीन स्रोत और पसंदीदा फैटी फिश है. यूएसडीए के अनुसार, सैल्मन के एक 3.5-औंस (100-ग्राम) भोजन में डेली वैल्यू का 66% होता है.
2. अंडे की जर्दी
अंडे की जर्दी में ज्यादातर फैट, विटामिन और खनिज होते हैं, जबकि सफेद भाग में ज्यादा प्रोटीन होता है. विटामिन डी की कुछ मात्रा अंडे के सेवन से भी ली जा सकती है.
3. गाय का दूध
गाय का दूध, कैल्शियम, फास्फोरस और राइबोफ्लेविन से भरपूर होता है. इसके अलावा, कई देशों में गाय के दूध में विटामिन डी की पूर्ति होती है. इसमें आमतौर पर यूएसडीए के अनुसार दैनिक मूल्य का 15-20% होता है.
4. कॉड लिवर ऑयल
अगर आपको मछली पसंद नहीं है, तो कॉड लिवर ऑयल आपको कुछ पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद कर सकता है. यह विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है.
5. सोया दूध
विटामिन डी पूरी तरह से पशु उत्पादों में पाया जाता है. वेजिटेरियन और वेगन इसकी कमी की चपेट में आते हैं. इसलिए सोया दूध जैसे पौधे प्लांट बेस्ड मिल्क ऑप्शन ऐसे लोगों की मदद कर सकते हैं.
6) दही
फुल-फैट सादा दही खाने से विटामिन बी 12 की कमी में सुधार होता है क्योंकि डेयरी प्रोडक्ट्स में विटामिन अधिक आसानी से अवशोषित हो जाता है. अगर आप कम कैलोरी की तलाश में हैं, तो फैट फ्री ग्रीक योगर्ट एक विकल्प है.
7) टूना
टूना फिश विटामिन बी12 सहित कई आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है. अपनी डाइट में टूना को शामिल कर आप विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हें कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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