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    स्किन पर मुहांसे और दाग-धब्बों को न करें इग्‍नोर, गंभीर बीमारी का हो सकता है संकेत

  • October 31, 2024

    आंखें आपके दिल और सेहत का हाल बताती हैं लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि सिर्फ स्किन के जरिए भी सेहत के बारे में सब कुछ जाना जा सकता है। स्किन पर होने वाले मुहांसे और दाग-धब्बे हमेशा सामान्य नहीं होते हैं और इन्हें नजरअंदाज करना सेहत के साथ खिलवाड़ करना है। UK के दो एस्थेटिक एक्सपर्ट ने ‘द सन’ को बताया है कि आपकी स्किन सेहत के बारे में क्या कुछ बताती है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।

    रूखी त्वचा-
    अगर आपकी स्किन ड्राई, पैची और असामान्य है तो ये डिहाइड्रेशन (dehydration) का संकेत हो सकता है। बहुत ज्यादा मीठा खाने से भी स्किन रूखी होने लगती है। इसके अलावा मेनोपॉज से गुजरने वाली महिलाओं में भी ये त्वचा से जुड़ी ये दिक्कतें अक्सर देखी जाती हैं। कैंब्रिज की प्रसिद्ध एस्थेटिक एक्सपर्ट लू सोमेरेक्स का कहना है, ‘डिहाइड्रेशन की वजह से चेहरे पर फाइन लाइन्स और झुर्रिया जल्दी पड़ जाती हैं। स्किन को हाइड्रेट करने के लिए सिर्फ पानी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।

    कॉस्मेटिक डॉक्टर ने कहा, ‘एक अच्छी मॉइस्चराइजिंग रूटीन स्किन को हमेशा फिट रखती है। किसी भी तरह के स्किन डैमेज से बचने के लिए हर सुबह आपको SPF वाला लाइट मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए। वहीं सोने से पहले आपको थोड़ा हैवी मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए। डॉक्टर किन्सेला स्किन पर हायलूरॉनिक एसिड लगाने की सलाह दी क्योंकि इससे मॉइस्चराइजर स्किन (moisturizer skin) में लॉक हो जाता है।

    बार-बार मुहांसे होना
    मुंहासे आमतौर पर किशोरावस्था में होते हैं लेकिन एक उम्र के बाद भी अगर आपको मुंहासों की समस्या रहती है तो ये किसी बीमारी का भी संकेत हो सकता है। खासतौर से महिलाओं में पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के समय हार्मोन्स में बदलाव आते हैं। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की वजह से भी महिलाओं को बहुत मुंहासों और दाग-धब्बों की दिक्कत रहती है। स्टडीज के मुताबिक, जो ज्यादा कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) वाली चीजें जैसे ब्रेड और चिप्स खाने से ये और बढ़ जाता है।

    डॉक्टर कहते हैं कि 30 और 40 साल में भी कई लोग स्किन ब्रेकआउट और मुंहासों से परेशान रहते हैं। कभी-कभी ये हार्मोन से जुड़ा हो सकता है लेकिन कुछ मामलों में ये समस्या पोर्स बंद हो जाने और चेहर से बहुत ज्यादा ऑयल निकलने से भी होती है जो महिलाओं और पुरुषों दोनों को परेशान करती है। इसके लिए स्किन केयर प्रोडक्ट (skin care products) का सोच समझकर इस्तेमाल करना चाहिए।

    आंखों के नीचे डार्क सर्कल-
    आमतौर पर माना जाता है कि कम सोने की वजह से आंखों के नीचे डार्क सर्किल आने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नींद की कमी से त्वचा सुस्त और पीली पड़ जाती है। इससे आपकी स्किन के नीचे काले टिश्यू और रक्त वाहिकाएं जल्दी दिखने लगती हैं। इसके अलावा ये शरीर में आयरन की कमी, एनीमिया (anemia) और खराब ब्लड सर्कुलेशन का संकेत हो सकता है। कुछ एलर्जी की वजह से भी ये दिक्कत हो सकती है।

    डॉक्टर कहते हैं, ‘डार्क सर्किल से छुटकारा पाने के लिए आपको खूब पानी पीना चाहिए, अच्छी नींद लेनी चाहिए और अपने अंदरूनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। इसके अलावा ये बाद ध्यान में रखें कि बढ़ती उम्र डार्क सर्किल (dark circles) होना आम बात है क्योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है हमारी स्किन कोलेजन बनाना बंद करने लगती है। इससे आंखों के आसपास की त्वचा पतली हो जाती है और डार्क सर्किल आसानी से दिखने लगते हैं।’



    फीकी, बेजान स्किन
    फीकी या बेजान त्वचा तनाव और हार्मोन की समस्या से जुड़ा हो सकता है। इसके अलावा ये डिहाइड्रेशन का भी साइड इफेक्ट होता है। इसके अलावा विटामिन की कमी से भी त्वचा फीकी नजर आती है। डॉक्टर मार्टिन के अनुसार, ‘स्किन की चमक वापस लाने के लिए हायलूरॉनिक एसिड, विटामिन C और लैक्टिक एसिड (Vitamin C and Lactic Acid) को अपने रूटीन में शामिल करें। जो महिलाएं मेनोपॉज से गुजर रही हैं उन्हें इस समय अपनी स्किन पर खास ध्यान देना चाहिए।’

    हाइपर पिगमेंटेशन-
    हाइपर पिगमेंटेशन (hyper pigmentation) में त्वचा के एक हिस्से का रंग बाकी हिस्से से ज्यादा गहरा हो जाता है। सेंसेटिव और ड्राई स्किन के साथ अक्सर ये समस्य देखी जाती है। तेज धूप में देर तक रहने से स्किन डैमेज और प्रीमेच्योर एजिंग होने लगती है। गर्मी का मौसम ना हो तो भी हमें हमेशा अच्छी SPF वाली सनस्क्रीन लगानी चाहिए। स्किन रूखी होने से मुंहासों और हाइपर पिगमेंटेशन की समस्या जल्दी हो जाती है। डॉक्टर मार्टिन कहते हैं कि हाइपर पिगमेंटेशन वालों को विटामिन C ट्रीटमेंट जरूर लेना चाहिए क्योंकि ये नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट होता है।

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