डेस्क: हिंदू धर्म में दान पुण्य का विशेष महत्व है. यह न सिर्फ पुण्य का कारण बनता है, बल्कि जरूरतमंदों की मदद करने का भी एक जरिया है. ऐसा करने से ईश्वर की कृपा भी बनी रहती है. वैसे तो दान कभी भी कहीं भी किया जा सकता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ विशेष दिनों में दान करना आपकी खुशियों को नुकसान पहुंचा सकता है? हिन्दू धर्म में मान्यता है कि साल के पांच दिन ऐसे होते हैं, जब दान करने से पितृ दोष लग सकता है और व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं वे दिन कौन से हैं, जब दान नहीं करना चाहिए.
- गुरुवार को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का दिन माना जाता है. इस दिन किसी को भी पैसे उधार देने या दान देने से बचना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को धन की हानि हो सकती है. विशेष रूप से, अगर आप अपने किसी रिश्तेदार या मित्र को इस दिन दान देते हैं, तो यह आपके आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
- धार्मिक दृष्टिकोण से, दान एक पुण्य कार्य है, लेकिन यह कार्य सूर्यास्त के बाद नहीं करना चाहिए. खासकर, दही, दूध, हल्दी, और तुलसी के पौधे का दान शाम के समय नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद इन वस्तुओं का दान करने से बुरे परिणाम मिल सकते हैं, जिससे व्यक्ति को मानसिक और भौतिक कष्ट हो सकते हैं.
- हिंदू धर्म में यह परंपरा है कि जब किसी घर में किसी की मृत्यु हो जाती है, तो 13वीं तक किसी भी प्रकार का दान नहीं करना चाहिए. ऐसा करना पितृ दोष का कारण बन सकता है. पितृ दोष से घर के सदस्य कई तरह की परेशानियों का सामना करते हैं, जिसमें शारीरिक और मानसिक कष्ट प्रमुख हैं. इसलिए, जब तक 13वीं नहीं हो जाती, दान देने से बचना चाहिए.
- दिवाली का त्योहार घर में लक्ष्मी का वास लाने के लिए मनाया जाता है. इस दिन घर में लक्ष्मी पूजा होती है और परिवार के सभी सदस्य सुख-समृद्धि की कामना करते हैं. लेकिन, अगर आप इस दिन किसी को दान देते हैं तो इससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं और घर में दरिद्रता का वास हो सकता है. यही नहीं, परिवार को कर्ज़ में भी डूबना पड़ सकता है. इसलिए दिवाली के दिन दान से बचना चाहिए.
- धनतेरस का पर्व दिवाली की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है. इस दिन घर में नए बर्तन खरीदने की परंपरा है और यह समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. लेकिन इस दिन शाम के समय नमक का दान करना बहुत अशुभ माना जाता है. अगर कोई व्यक्ति शाम को नमक मांगने आए, तो उसे विनम्रता से मना कर दें, क्योंकि यह आपके घर के सामर्थ्य और धन के रास्ते में रुकावट डाल सकता है.