कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की राजधानी कोलकाता (Kolakata) में आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर (Rape and murder of a trainee doctor) को लेकर कई दिनों से डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखकर उनसे गतिरोध खत्म करने के लिए साथ बैठक की मांग की हैं. हालांकि, इससे पहले डॉक्टरों ने कहा था कि बंगाल के जिस स्वास्थ्य सचिव का वे इस्तीफा चाहते हैं, मीटिंग के लिए उनकी ओर से ई-मेल करना अपमानजनक है.
इस बीच, प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स ने बंगाल सीएम के साथ प्रस्तावित बैठक के लिए शर्तें रख दी हैं, जिनमें कहा गया कि सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए. बैठक बंद कमरे के बजाय खुले मंच पर होनी चाहिए और मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद होना चाहिए, ताकि पूरी बातचीत का सीधा प्रसारण किया जा सके.
डॉक्टरों के प्रतिनिधि ने बताया, “प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री से बातचीत के लिए तैयार हैं. इसे स्पष्ट करने के लिए हम मुख्यमंत्री कार्यालय को ई-मेल भेजेंगे और मांगें रखेंगे. हम मुख्यमंत्री से बात करना चाहते हैं.”
प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर पूरी रात विधाननगर उर्फ साल्ट लेक में स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन के सामने बैठे रहे. दरअसल, नौ अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या के लिए जूनियर डॉक्टर न्याय की मांग कर रहे हैं. राज्य सरकार की ओर से हल तक पहुंचने के प्रयासों के बावजूद डॉक्टरों ने मांगें पूरी होने तक विरोध जारी रखा है.
इस बीच, बुधवार (11 सितंबर) को बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल जब विरोधस्थल पर पहुंचीं तो उन्हें “वापस जाओ-वापस जाओ” के नारों का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. हालांकि, बाद में उन्होंने दावा किया कि वह पास के भाजपा कार्यालय जाने वाली थीं.
मामले की जांच के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने 51 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया. उन्हें 11 सितंबर को जांच समिति के सामने पेश होने को कहा गया. उन पर संस्थान के लोकतांत्रिक माहौल को खतरे में डालने, डराने-धमकाने की संस्कृति को बढ़ावा देने और काम करने वाले माहौल को खराब करने का आरोप है.
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