जबलपुर। बिलहरी स्थित स्वामी अय्यप्पा स्कूल में अध्यनरत् कक्षा दसवीं की एक छात्रा के कम आने पर परिजनों द्धारा की गई आपत्ति के बाद जमकर हंगामा हुआ। दोनों पक्षों से एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए झूमाझटकी व मारपीट की गई। मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। प्राप्त जानकारी अनुसार बिलहरी स्थित स्वामी अय्यप्पा स्कूल में नीतू समुंद्रे की बेटी कक्षा दसवीं में अध्यनरत् थी, हालही में आये दसवीं के परीक्षा परिणाम में उसे कम अंक मिले, जिस पर छात्रा व उसके परिजनों ने स्कूल पहुंचकर आपत्ति दर्ज करायी और प्रेक्टिकल फाईल दिखाने की जिद की, जिस पर वहां मौजूद शिक्षक व कर्मियों ने साफ इंकार कर दिया और छात्रा को ही पढ़ाई में कमजोर होने का हवाला देकर उन्हें भगा दिया। जब पीडि़त पक्ष ने स्कूल प्रबंधन से टीसी की मांग की तो स्कूल में मौजूद स्टाफ भड़क गया। आरोप है कि स्कूल के स्टाफ ने उनके साथ मारपीट कर अपमानित किया है। वहीं स्कूल प्रबंधन का भी आरोप है कि छात्रा के परिजनों ने बदत्तामीजी करते हुए उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर स्कूल की छबि को धूमिल करने का प्रयास किया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
अभिभावक जन कल्याण संघ ने स्कूल पर की कार्रवाई की मांग- उक्त मामले को लेकर अभिभावक जन कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पटेल ने स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। संघ की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि छात्रा व उसके परिजनों के साथ जातिगत रूप से अपमानित कर मारपीट की गई, इसके बावजूद भी पुलिस ने मामूली धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। जबकि निजी स्कूल मनमाना रवैया अपना रहे है, जिनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाएं मूकदर्शक बनकर बैठा हुआ है। इतना ही नहीं छात्रा नाबालिग है, उसके साथ मारपीट हुई है तो जस्टिस जुवाइनल एक्ट की धारा 75 के अंतर्गत भी मामला रजिस्टर्ड होना चाहिए। इसके अलावा पीडि़त परिवार अपने आप को दलित भी बता रहा है और अगर ऐसा है तो इस मामले में हरिजन एक्ट के तहत भी मामला दर्ज होना आवश्यक है और ऐसे स्कूलों पर सख्त कार्यवाही होना चाहिए।
स्वामी अय्यप्पा स्कूल में छात्रा के कम आने व टीसी मांगने के चलते विवाद की स्थिति निर्मित हुई थी। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाये है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
सहदेव साहू, टीआई गोराबाजार
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