नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) की बढ़ती कीमतों के बीच कहा कि वह तेल यानी पेट्रोल-डीजल को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाने को तैयार हैं। सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में फाइनेंस बिल 2021 पर चर्चा के दौरान ये बात कही। उन्होंने कहा कि इसकी चर्चा जीएसटी काउंसिल की अगामी बैठक में की जाएगी।
वित्त मंत्री सीतारमण ने लोकसभा में फाइनेंस बिल पर चर्चा के दौरान एक सदस्य द्वारा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और सबसे ज्यादा टैक्स लिये जाने की ओर ध्यान आकर्षित कराने पर कहा कि इसकी चर्चा जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में करेंगे। गौरतलब है कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में ही किसी वस्तु पर टैक्स घटाने और बढ़ाने तथा इसके दायरे में लाने और बाहर करने पर फैसला होता है।
उल्लेखनीय है कि देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं। देश कई शहरों, जिसमें श्रीगंगानगर और राजस्थान के कुछ अन्य कस्बों में पहली बार साधारण पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गई है। हालांकि, पिछले 24 दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर बनी हुई है। दरअसल पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव की वजह से ये स्थिरता बनी हुई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इससे तेल कंपनियों को पेट्रोल पर 4 रुपये और डीजल पर 2 रुपये प्रति लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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