नई दिल्ली (New Delhi)। शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ईडी (ED) की छह दिनों की रिमांड पर हैं। उन्हें 28 मार्च तक ईडी में बने लॉकअप में अपने दिन गुजराने होंगे। इस दौरान, केंद्रीय एजेंसी घोटाले से जुड़े सवाल करेगी। केजरीवाल के घर ईडी 21 मार्च को पहुंची थी और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एजेंसी ने दिल्ली के सीएम को शराब घोटाले का किंगपिन बताते हुए दावा किया है कि घोटाले से मिली राशि का इस्तेमाल गोवा के चुनावों में भी किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी को दुनियाभर के मीडिया हाउसेस ने कवर किया है। इसमें अमेरिका के वॉशिंगटन पोस्ट से लेकर कतर के अलजजीरा तक शामिल हैं।
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी को अपने यहां जगह दी है। एक शीर्षक लिखा है, ”भारतीय विपक्षी दलों का कहना है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।” आर्टिकल में कहा गया कि भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टियों में से एक के प्रमुख को गुरुवार को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया गया। उसी दिन एक अन्य पार्टी ने कहा कि उसे अपने बैंक खातों तक पहुंच से रोक दिया गया है। आलोचकों का कहना है कि मोदी सरकार ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने के लिए कार्रवाई की है। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को गुरुवार देर रात नई दिल्ली में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। केजरीवाल, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नई दिल्ली के मुख्यमंत्री भी हैं, को शहर की शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनकी पार्टी के नेताओं का कहना है कि आरोप फर्जी हैं।
गिरफ्तारी पर क्या बोला बीबीसी?
उधर, ब्रिटेन के बीबीसी ने अपनी न्यूज में हेडिंग दी, ”अरविंद केजरीवाल: दिल्ली के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के दावों पर गिरफ्तार।” खबर में कहा गया है कि प्रमुख विपक्षी राजनेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भारत की वित्तीय अपराध एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी शराब की बिक्री पर शहर की नीतियों से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोपों में हुई है। केजरीवाल और उनकी पार्टी, आम आदमी पार्टी (आप) ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और मामले को राजनीति से प्रेरित बताया है।
अलजजीरा ने लिखा- क्या केजरीवाल की गिरफ्तारी से विपक्ष एकजुट होगा?
वहीं, अल जजीरा ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा है कि क्या इससे भारत का विपक्ष एकजुट होगा? अलजजीरा ने हेडिंग दी है, ”मृत लोकतंत्र- क्या अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से भारत का विपक्ष एकजुट होगा?” आर्टिकल में लिखा गया है, ”गिरफ्तारी ने भारत की राजधानी को एक अभूतपूर्व संवैधानिक संकट में डाल दिया। यह पहली बार है कि दिल्ली के सेवारत मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के एक प्रवक्ता ने इसे फर्जी मामले पर पीएम मोदी की गंदी राजनीति बताते हुए अल जजीरा को बताया कि पार्टी नेता इस्तीफा नहीं देंगे, बल्कि जेल से सरकार चलाएंगे। भारत का प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 2022 में केजरीवाल सरकार द्वारा लागू की गई शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है।”
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