नई दिल्ली. दिल्ली (dehli) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की वोटिंग के बाद कांग्रेस (Congress) में अंदरूनी कलह (Internal conflict) खुलकर सामने आ गई है. चांदनी चौक लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार जेपी अग्रवाल (JP Agarwal) के बेटे मुदित अग्रवाल (mudit agarwal) ने पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक हरिशंकर गुप्ता (Harishankar Gupta) पर चुनाव में गड़बड़ी करने के साथ-साथ अपनी चचेरी बहन को डराने-धमकाने का आरोप लगाया है. वहीं, हरिशंकर गुप्ता ने मुदित के सभी आरोपों का अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में खंडन करते हुए झूठा बताया है.
‘मेरी बड़ी बहन को किया तंग’
दरअसल, मुदित ने रविवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि चांदनी चौक लोकसभा, जिला आदर्श नगर में कांग्रेस के एक अवधि तक विधायक रहे पूर्व विधायक ने लोकसभा चुनाव में सारी हदें पार कर दी! साथ नहीं दिया… कोई बात नहीं, जमकर विरोध किया कोई बात नहीं, परन्तु अपने गुर्गों से मेरी बड़ी बहन को तंग कराया. उनके साथ बदतमीजी कराई और डराया-धमकाया जो अपने चाचा जय प्रकाश अग्रवाल के लिए चुनाव प्रचार कर रही थीं!
उन्होंने आगे लिखा कि राजनीति में प्रतिद्वंद्वी बहुत होते हैं परंतु बहन-बेटियों के साथ ऐसी नीच और शर्मनाक हरकतों को कराने वाले सभ्य समाज में रहने लायक नहीं होते! यह वही हैं, जिन्होंने 2020 में हार के डर से चुनाव लड़ने के बजाय रण छोड़कर भागना उचित समझा! इस बाबत दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और चुनाव ऑब्जर्वर सीपी जोशी को जानकारी दे दी गई है. हमें आशा है ऐसी पार्टी एवं मानवता विरोधी गतिविधि करने वालों पर जल्द पार्टी द्वारा उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
मैं आपकी बहन से कभी नहीं मिला: हरिशंकर गुप्ता
मुदित के इन आरोपों का खंडन करते हुए हरिशंकर गुप्ता ने एक्स पर पोस्ट कर दावा किया कि उन्हें ऐसी किसी घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘मैं आरोपों से निराश हूं, मैं आपकी बहन (चचेरी बहन) से कभी नहीं मिला हूं और मुझे ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है. जब मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछा तो पता चला कि आपकी बहन और कार्यकर्ताओं में किसी बात को लेकर बहस हुई. जो कि चुनाव में साधारण बात है. इसके अलावा कोई अपशब्द नहीं कहा गया, जिस पर आपकी बहन ने सबको मनाया और भूल जाने को कहा. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जिन लोगों को मेरे गुर्गे बताया है वो पूरी तरह से गलत है और ये सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का अपमान है.
‘मैंने रखी थी बैठक’
उन्होंने आगे लिखा कि रही बात मेरे काम न करने के आरोपी कि जो सरासर झूठ है. मैंने 8 मई शाम 4 बजे चुनाव इंचार्ज को बता कर विधानसभा के लगभग 400 लोगों की बैठक रखी, सारी तैयारियां की ताकि सुचारू रूप से काम हो, परन्तु आखिरी वक्त पर जेपी ने आने से मना कर दिया. इतना अहंकार और अनदेखी मेरे जैसा वरिष्ठ व्यक्ति कैसे बर्दाश्त करेगा. फिर भी मेरे आचरण से आपको कष्ट हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है
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