उज्जैन। पवित्र शिप्रा नदी लगातार मैली और दूषित हो रही है लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। शिप्रा नदी के रामघाट पर रोज चौपाटी लगती है और ठेले वाले यहां बर्तन धोकर शिप्रा को लगातार दूषित और मैली कर रहे हैं।
उज्जैन की शिप्रा नदी अब पुराणों और अवंतिका खंड में ही पवित्र और निर्मल रह गई है। हकीकत में यह नदी इतनी मैली है कि श्रद्धालु इस नदी के पानी का आचमन भी नहीं करते हैं। शिप्रा नदी में मिलते लगातार गंदे नाले और इंदौर से आने वाली कान्ह नदी का पानी तो शिप्रा नदी को मैला कर ही रहा है लेकिन उज्जैन के कुछ लोग भी शिप्रा को मैला करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शिप्रा नदी के रामघाट पर रोज शाम को चौपाटी लगती है। इस चौपाटी पर ठेले वाले चाट-समोसे और पानी पतासी चाइनीज आइटम बेचते हैं। उज्जैन के लोग रोज शाम को इस चौपाटी पर घूमने जाते हैं और चाट पकौड़ी खाते हैं। रात के समय में चौपाटी बंद होने के बाद चाट पकौड़ी की ठेले वाले निडर होकर शिप्रा नदी के पानी में घाट पर बैठकर खुलेआम झूठे बर्तन और अपने अन्य बर्तनों को साफ करते हैं। देश भर से भस्म आरती में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं मे अधिकतर रोज सुबह नदी पर जाकर पहले नहान करते हैं और फिर आरती में शामिल होते हैं। उज्जैन दर्शन करने से पहले भी श्रद्धालु नदी में नहाते हैं लेकिन प्रतिदिन रात में चाट पकौड़ी वाले भी नदी के घाट पर बैठकर बर्तन धो रहे हैं और नदी को अपवित्र कर रहे हैं। नदी के तीर्थ पुरोहितों ने बताया कि कई बार इन चाट पकौड़ी और चाईनीज के ठेले वालों को मना किया लेकिन वह नहीं मानते हैं और घाट पर मौजूद पुलिसकर्मी भी मौन धारण करे रहते हैं। नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन द्वारा रामघाट पर लगने वाली इस चौपाटी को बंद कर इस कृत्य पर रोक लगाई जाना बेहद आवश्यक है।
नदी पर रोज शाम को लगती है युवक-युवतियों की भीड़- अंधेरे में मंदिरों के पीछे सिगरेट भी पी रहे हैं
उज्जैन का शिप्रा नदी क्षेत्र इन दोनों पिकनिक स्पॉट के साथ युवक-युवतियों की पहली पसंद बना हुआ है। शहर से दूर एकांत में रोज शाम को युवक युवती के जोड़े काफी संख्या में आते हैं। शिप्रा नदी के तीर्थ पुरोहितों ने बताया कि इंदौर, देवास सहित उज्जैन के आसपास के क्षेत्रों के कई युवक युवती नदी के घाट पर आते हैं और मंदिरों के पीछे जाकर सिगरेट भी पीते हैं। कई बार तीर्थ पुरोहितों द्वारा इन्हें पकड़ कर भगाया गया। इस संबंध में पुलिस से भी शिकायत की गई लेकिन इन्हें भी रोकने वाला कोई नहीं है।
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