भोपाल: मध्य प्रदेश के सीधी में हुई पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर को बुलडोजर से गिराया जा चुका है. वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदिवासी दशमत को अपने घर बुलाया और उससे बातचीत की. सीएम ने कहा कि किसी के साथ अत्याचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दौरान एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें शिवराज दशमत के पैर धोते हुए दिखते हैं. इस बीच, पेशाब कांड पर कांग्रेस के नेता भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हो गए हैं.
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. अरुण यादव का आरोप है कि पीड़ित दशमत को अगवा कर सीएम आवास लाया गया. अरुण यादव ने कहा कि पीड़ित दसमत के साथ बेहद निंदनीय कृत्य हुआ. मगर आज मुख्यमंत्री आवास में उसका इवेंट बनाया गया. मुख्यमंत्री की ओर से जमकर नाटक किया गया. पीड़ित की पत्नी और परिवार को नहीं पता है कि उसका पति कहां है.
अरुण यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चार पुलिसवाले जाते हैं और बिना किसी को बताए दसमत को उठाकर भोपाल ले आते हैं. इसे अपहरण नहीं तो क्या कहेंगे. परिवार को पैसे का लालच दिया जाता है. पत्नी कह रही है पैसा नहीं, मुझे तो मेरा पति दे दो. इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि कांग्रेस ऐसे मामले पर भी अपनी राजनीति कर रही है. क्या कमलनाथ, दिग्विजय सिंह पीड़ित परिवार से मिले. हमारे मुख्यमंत्री की ओर से तो आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई. उसके घर पर बुलडोज़र चलाया गया. वहीं, बता दें कि आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) भी लगाया जा चुका है.
47 सीटें आदिवासी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित
दरअसल, मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं.आदिवासी वोट बैंक मध्य प्रदेश चुनाव में हमेशा से ही निर्णायक भूमिका में रहा है.मध्यप्रदेश में 47 सीटें वैसी हैं, जो कि आदिवासी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.इससे पहले साल 2003 के चुनाव में बीजेपी के पक्ष में इन क्षेत्रों से 37 सीटें आई थीं. 2008 के चुनाव में 47 सीटों में से बीजेपी को 30 और कांग्रेस को 16 सीटें मिलीं. वहीं, 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 31 सीटें मिली थीं. इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में 15 सीटें आई थीं. लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनी. हालांकि, साल 2018 में बीजेपी को 16 सीटें ही मिल पाई थीं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved