नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (economy front) पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। व्यक्तिगत आयकर (personal income tax) सहित प्रत्यक्ष कर संग्रह (direct tax collection) वित्त वर्ष 2022-23 में आठ सितंबर तक 35.46 फीसदी (Rs 6.48 lakh crore up) बढ़कर 6.48 लाख करोड़ रुपये (35.46 per cent) पहुंच गया। आयकर विभाग ने शुक्रवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।
आयकर विभाग के जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रत्यक्ष कर संग्रह आठ सितंबर 2022 तक कुल 6.48 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 35.46 फीसदी अधिक है। इसमें रिफंड घटाकर प्रत्यक्ष कर संग्रह 5.29 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की इसी अवधि के शुद्ध संग्रह से 30.17 फीसदी अधिक है।
विभाग के मुताबिक यह संग्रह वित्त वर्ष 2022-23 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 37.24 फीसदी है। आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल से 8 सितंबर, 2022 तक 1.19 लाख करोड़ रुपये की राशि बतौर रिफंड जारी की गई है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 65.29 फीसदी ज्यादा है। समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) में क्रमश: 25.95 फीसदी और 44.37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
प्रत्यक्ष कर संग्रह में इस बढ़ोतरी से पता चलता है कि अर्थव्यवस्था में तेजी है। दरअसल सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 में प्रत्यक्ष कर मद में 14.20 लाख करोड़ रुपये एकत्र करने का अनुमान लगाया है। इसमें कॉरपोरेट कर से 7.20 लाख करोड़ रुपये और व्यक्तिगत करदाताओं से 7.0 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। (एजेंसी, हि.स.)
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