डिंडौरी । डिंडोरी जिले (Dindori district) के आदिवासी बहुल गाड़ासरई इलाके में जमीन विवाद को लेकर हुए ट्रिपल मर्डर में इलाज के दौरान एक शख्स की मौत के बाद अस्पताल कर्मचारियों की ओर से मृतक की गर्भवती पत्नी (Pregnant wife) से ही बेड साफ (bed clean) कराए जाने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने आरोपी कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। डिंडौरी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. रमेश मरावी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गाड़ासरई में पदस्थ नर्सिंग ऑफिसर राजकुमारी मरकर और आया छोटी बाई ठाकुर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है जबकि स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ मेडिकल अफसर चंद्रशेखर सिंह का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करंजिया में तबादला कर दिया है।
प्रशासन की ओर से 2 नवंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर 31 अक्टूबर को घटना के संबंध में एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गाड़ासरई में मृतक की पत्नी अस्पताल का बिस्तर साफ करती दिख रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गाड़ासरई में सफाई की व्यवस्था होने के बावजूद मृतक की पत्नी से अस्पताल का बिस्तर साफ कराना दुर्भाग्यपूर्ण है। पहली नवंबर को जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब जब समय सीमा के भीतर नहीं मिला/संतोषजनक नहीं पाया गया। इसके बाद इस अमानवीय घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
इस घटना को लेकर सियासत भी सुलगने लगी थी। विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने इस अमानवीय घटना को उठाते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। सिंघार ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, ‘डिंडोरी में घायल पति की मौत के बाद अस्पताल में गर्भवती पत्नी से बिस्तर पर लगा खून साफ करवाया गया। इस अमानवीय घटना पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए। हम मांग करते हैं कि अस्पताल के जिम्मेदार स्टाफ को इसकी सजा मिले ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न करे।
बता दें कि डिंडौरी जिले के आदिवासी बहुल लालपुर गांव में गुरुवार (31 अक्टूबर) को जमीन विवाद को लेकर एक व्यक्ति और उसके तीन बेटों पर धारदार हथियार (कुल्हाड़ी) से हमला कर दिया गया। धरम सिंह मरावी (60) और उनके एक बेटे शिवराज मरावी (30) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य रघुराज मरावी (27) और रामराज मरावी (23) को स्वास्थ्य केंद्र गाड़ासराय ले जाया गया। बाद में रघुराज ने भी दम तोड़ दिया, जबकि रामराज का इलाज चल रहा है। इस दौरान रघुराज मरावी की पत्नी रोशनी बाई, जो पांच महीने की गर्भवती हैं, उनको उस बिस्तर से खून के धब्बे धोने के लिए कहा गया जिस पर उनके पति को भर्ती कराया गया था।
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