भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय के चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े नेताओं और उनके परिजनों को टिकट देने पर भाजपा एवं कांगे्रस में टिकट बदलने का दौर चला। भाजपा ने भोपाल एवं इंदौर में इन टिकट बदलकर कांगे्रस पर राजनीति का आपराधीकरण करने का आरोप लगाया है। भाजपा अब इसे मुद़दा बनाने की तैयारी में है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा पर निधाना साधा है। दिग्विजय ने कहा है कि पन्ना नगर पालिका के वार्ड 12 से प्रत्याशी कीर्ति त्रिवेदी भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अंकुर त्रिवेदी की पत्नी हैं। अंकुर पर पुलिस में ढेरों प्रकरण दर्ज हैं। ऐसे में भाजप द्वारा आपराधिक पृष्ठभूमि के नेताओं का टिकट काटे जाने की बात स्वांग है। इससे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने भोपाल के वार्ड 40 और 44 के प्रत्याशी बदलने के बाद कांगे्रस पर हमला बोला था। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीति का आपराधीकरण किया है। इसके लिए कांग्रेस को जनता को जवाब देना होगा।
इतना ही नहीं शर्मा ने कहा कि भाजपा प्रदेश भर में ऐसे टिकटों को बदलेगी, जिन पर गंभीर अपराध दर्ज हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस पर राजनीति में आपराधीकरण के आरोप लगाए थे। जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि पिछले 2-3 दिनों से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बयान देकर जनता को ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि आदतन अपराधियों की भाजपा में जगह नहीं, जबकि पन्ना नगर पालिका के वार्ड 12 से प्रत्याशी कीर्ति त्रिवेदी भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अंकुर त्रिवेदी की पत्नी हैं। यह वही जिला है जहां से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा स्वयं सांसद हैं। अंकुर पर तो दर्जनों मुकद्दमे दर्ज हैं ही वहीं अंकुर त्रिवेदी के पिता अवधेश त्रिवेदी ऊर्फ खुन्ना महाराज पर पन्ना के कोतवाली व मडला थाना क्षेत्रों में ढेरों प्रकरण दर्ज हैं ऐसे प्रकरणों की संख्या 50 से ऊपर बताई गई है। खुन्ना महाराज पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(एनएसए) जैसा गंभीर प्रकरण भी दर्ज है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के प्रभाव से कीर्ति त्रिवेदी की टिकिट काटने में भाजपा असमर्थ नजर आ रही है।
भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी के बेटे पर दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज
राजनीति में आपराधिक पृष्ठ भूमि के नेता और उनके परिजनों को टिकट देने आरोप प्रत्यारोप के बीच यह जानकारी सामने आई है कि कांगे्रस ने भोपाल के वार्ड 31 से राज सिंह रजनी को प्रत्याशी बनाया है। उसके बेटे अंशुल उर्फ भूरी पर दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है। यह प्रकरण भोपाल के अलग-अलग थानों में दर्ज है। कुल प्रकरणों की संख्या 36 बताई जा रही है। पूर्व में भूरी जिला बदर भी रह चुका है। राज सिंह रजनी ने वार्ड 31 से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। उनके जाति प्रमाण पत्र को कांग्रेस के ही कार्यकर्ता जिसने निर्दलीय नामांकन किया है, चुनौती दी थी। जिसके आधार पर सहायक रिटर्निंग अधिकारी ने राज सिंह का नामांकन निरस्त कर दिया था। कलेक्टर के सामने अपीलीय सुनवाई के दौरान प्रतिद्वंदी नेता राजसिंह के जाति प्रमाण पत्र को लेकर ठोस तथ्य प्रेश नहीं कर पाया। इस वजह से नामांकन मान्य हो गया। अब कांग्रेस कार्यकर्ता को कांग्रेस प्रत्याशी के आपराधिक पृष्ठभूमि के बेटे भूरी से जान को सुरक्षा का खतरा हो गया है।
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