भोपाल। सरकारी बैंकों के प्रस्ताविक निजीकरण को लेकर देश भर में 15 और 16 मार्च को सभी बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर हैं। बैंकों की इस हड़ताल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) भी समर्थन में आगे आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि मोदी-शाह देश के सार्वजनिक क्षेत्र को बर्बाद कर देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) ने बैंक (Bank) कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल का समर्थन किया है। उन्होंने अंग्रेजी में ट्वीट करते हुए कहा कि मैं दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल का समर्थन करता हूं। उन्होंने लिखा है कि मोदी-शाह और भाजपा मूलत: और विचारधारा के स्तर पर सार्वजनिक क्षेत्र के खिलाफ हैं और वे सार्वजनिक क्षेत्र की संभी संस्थाओं को खत्म कर देना चाहते हैं।
वहीं, यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस मध्यप्रदेश (United Forum of Bank Unions Madhya Pradesh) के कोऑर्डिनेटर वीके शर्मा ने बताया कि बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में देशभर के दस लाख बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी 15 एवं 16 मार्च को राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल में शामिल हैं। हड़ताल के कारण सभी सरकारी क्षेत्र के बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों एवं पुरानी निजी क्षेत्र के बैंकों में काम काज ठप्प है। राजधानी भोपाल में जिला प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी के चलते सार्वजनिक स्थानों पर रैली, धरना, सभा आदि के लिए अनुमति नही दी। इस कारण सभी बैंकों के हड़ताली बैंक कर्मी एक जगह एकत्रित ना होकर अपनी अपनी बैंकों के प्रशासनिक कार्यालयों के सामने प्रातः 10:30 बजे मास्क पहन कर एकत्रित हुए एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैंकों के निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। (हि.स.)