नई दिल्ली (New Dehli)। लोकसभा (Lok Sabha)से सांसदों के निलंबन (suspension)पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बयान (Statement)सामने आया है. उन्होंने भी विपक्षी सांसदों (opposition MPs)की मांग को दोहराते हुए कहा कि 2001 में संसद में 13 दिसंबर को जो आतंकी हमला हुआ था उस समय गृह मंत्री और पीएम ने अपना बयान दिया था. अगर उनका बयान आता तो व्यवधान पैदा नहीं होता और जो महत्वपूर्ण बिल थे हम भी उस पर चर्चा करते. आज कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ समेत 3 सांसदों को निलंबित कर दिया गया.
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा ?
संसद सुरक्षा उल्लंघन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, “13 दिसंबर 2023 को जो यहां पर घटना घटी उसमें सुरक्षा की इतनी बड़ी असफलता हुई. जो हमने आज तक नहीं देखा. जितनी भी घटना आज तक ऐसी हुई है उसमें किसी की भी सरकार रही हो जैसे 2001 में संसद में 13 दिसंबर को जो आतंकी हमला हुआ था उस समय गृह मंत्री और पीएम ने अपना बयान दिया था. अगर उनका बयान आता तो व्यवधान पैदा नहीं होता और जो महत्वपूर्ण बिल थे हम भी उस पर चर्चा करते. उन्होंने अनसुनी की और सांसदों का निलंबन शुरू कर दिया. पूरे देश में ये भाषण दे रहे हैं लेकिन संसद में ये शर्मा रहे हैं.”
लोकसभा स्पीकर ने सदन की अवमानना को लेकर गुरुवार को कांग्रेस के सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ, डीके सुरेश और दीपक बैज को चल रहे शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया है. इसके साथ लोकसभा से निलंबित सांसदों की कुल संख्या 146 हो गई है.
बता दें कि विपक्षी सांसदों ने एक बड़ा बैनर ले रखा था जिस पर ‘लोकतंत्र बचाओ’ लिखा था. खरगे ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह संसद से जुड़े विषयों पर सदन के बाहर बोल रहे हैं जो विशेषाधिकार हनन का मामला बनता है. उन्होंने कहा, ‘‘निलंबन के खिलाफ हमारा प्रदर्शन है. सरकार और मोदी जी यह नहीं चाहते कि सदन चले.
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