बिहार चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं. NDA ने बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया है और महागठबंधन का प्रमुख दल RJD इन चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. ये तय है कि सरकार NDA की बन रही है, लेकिन दिग्विजय सिंह ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिससे कांग्रेस पार्टी ने भले ही अपना पल्ला झाड़ लिया हो, लेकिन सियासी गलियारों में हलचल जरूर तेज हो गई है. दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार से निवेदन किया है कि इसबार उन्हें बड़ा दिल दिखाना चाहिए और अपने भतीजे यानी तेजस्वी यादव की मदद कर उन्हें सीएम बनाना चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने इस बयान के सामने आने के बाद कहा, “मैंने नीतीश जी को ऑफर नहीं किया है, बात ये है कि नीतीश कुमार जी जयप्रकाश नारायण के आंदोलन की उपज हैं और जयप्रकाश नारायण ने सदैव विचारधाराओं की राजनीति की. बिना किसी पद को लिए उन्होंने समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, गांधीवादी विचारधारा को आगे बढ़ाया. 2015 के चुनाव में नीतीश ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ क्या-क्या नहीं कहा, आप पुराने भाषण सुन लीजिए. तेजस्वी के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए थी. रातों रात उन्होंने पाला बदला और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चलाई.”
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, “बिहार में बिल्कुल बराबरी की टक्कर थी. मैं चुनाव आयोग के निर्णय को चैलेंज नहीं कर रहा. मेरा यह हक बनता है, नीतीश जी मेरे मित्र तुल्य हैं. देश में सामाजिक कटुता, बिगड़ती अर्थव्यवस्था , बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए उन्हें बड़ा दिल करके तेजस्वी की मुख्यमंत्री पद के लिए अनुशंसा कर देनी चाहिए और JDU के जितने लोग हैं, उनके लिए एक फॉर्मूला बना लें- सीएम और उपमुख्यमंत्री के लिए. गांधी जी ने कहा था, विचार बिना राजनीति उचित नहीं हैं. पद आते हैं, कुर्सी आती है, लेकिन विचारधारा अलग होती है.”
उन्होंने आगे कहा, “बिहार के चुनाव में 2 सांप्रदायिक ताकतें, हिंदुओं के BJP और मुसलमानों के MIM को फायदा हुआ. यह एक सिक्के के दो पहलू हैं. MIM जो हैदराबाद शहर की पार्टी है, उसे बिहार से क्या लेना देना. केवल सांप्रदायिक सद्भाव की विचारधारा को खराब करना उनका उद्देश्य है. BJP द्वारा इन्हें प्रोत्साहित किया जाता है. मैं हमेशा से कहता आया हूं, मुख्यमंत्री के रूप में मैंने बजरंग दल के खिलाफ कार्रवाई की तो सिमी के खिलाफ भी की.”
दिग्विजय सिंह ने कहा, “मैं अपने आपको मध्य प्रदेश की राजनीति से अलग कर चुका हूं. नीतीश हम लोग देश की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं. बात यह है कि देश में लोकतंत्र रहेगा या नहीं संविधान रहेगा या नहीं. यह 2024 का लोकसभा चुनाव तय करेगा. न जाने कौन सी शक्ति है बीजेपी के पास कि सीटें पता चलती हैं, कह रहे हैं 2024 में 400 पार.
दिग्विजय सिंह ने चिराग की LJP को लेकर कहा कि एक ओर चिराग ने ऐलान किया था नीतीश का विरोध करने का और दूसरी तरफ मोदी जी का समर्थन करने का. उन्होंने कहा कि LJP के कारण JDU को 20 सीट पर नुकसान हुआ है. मैं जो बात कहता हूं सही निकलती है. ओवैसी साहब काहे चुनाव लड़ रहे हैं. वह जहां डेंट करना चाहते थे उन्होंने कर दिया. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि काउंटिंग में मुझे बताया गया 20 सीटें ऐसी थीं, जहां रिजल्ट रोका गया. बिहार में नीतीश जी को फैसला लेना चाहिए. जनसंघ BJP अमरबेल की तरह है जिस से लिपट गए वह पेड़ सूखता है.
मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी बीजेपी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकी है. इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सबसे बड़ी कमजोरी है कि हम जन आंदोलन की पार्टी है काडर बेस नहीं हैं. काडर बेस पार्टी को फायदा हुआ है. कांग्रेस को भी काडर बनाने की जरूरत है. कहा जा रहा था की चंबल ग्वालियर में कांग्रेस साफ हो गई, लेकिन कांग्रेस दोबारा खड़ी हो गई. चंबल में कांग्रेस ने सिंधिया को चुनौती दी थी और उन्हें हराया है.
उन्होंने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह में कोई फर्क नहीं है. हम 40 साल से एक दूसरे के साथ हैं, काम करने का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन विचारधारा एक है. आज भी है और कल भी रहेगी. मैं आप लोगों के माध्यम से मैं सलाह नहीं देता, जिस जगह मुझे सलाह देनी है मैं दूंगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved