भोपाल: मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव (Panchayat elections and civic elections) के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को पंचायत चुनाव में खरीद-फरोख्त की चिंता सता रही है. दरअसल प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पंचायत प्रकोष्ठ का सम्मेलन हुआ. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव में होने वाली खरीद-फरोख्त के संकट पर कांग्रेस के नेता विचार करें कि इससे कैसे निपटा जाएगा?
दिग्विजय सिंह ने पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थकों (Congress supporters) को जीत के लिए गांव-गांव में समन्वय समिति बनाने का सुझाव दिया और कहा कि इस समन्वय समिति की मदद से ही पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन हो सकता है. ओबीसी आरक्षण को लेकर दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण दिया था, जो पिछले चुनाव में मिला था.
यदि सरकार पिछली व्यवस्था के अनुसार चुनाव कराती तो 27 फीसदी आरक्षण मिलता लेकिन सरकार चुनाव नहीं कराना चाहती थी. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि ट्रिपल टेस्ट के जरिए आरक्षण को समाप्त करना चाहते हैं. आने वाले समय में यदि इनकी सरकार आती है तो एससी-एसटी का ट्रिपल टेस्ट कराएंगे. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि आरएसएस प्रमुख कह चुके हैं कि आरक्षण समाप्त करना है.
बता दें कि गुरुवार को ग्वालियर जिला न्यायालय ने मानहानि के एक मामले में दिग्विजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने आदेश दिया है. यह मामला तीन साल पुराना है. अपने बयान में दिग्विजय सिंह ने भिंड में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बजरंग दल और भाजपा पर पाकिस्तान की जासूसी करने का बड़ा आरोप लगाया था. दिग्विजय सिंह के इस आरोप पर भाजपा के एक कार्यकर्ता ने मानहानि का मामला दर्ज कराया था लेकिन अधीनस्थ न्यायालय ने इसे खारिज कर दिया था.अब सत्र न्यायालय ने मामले पर पुनर्विचार कर केस दर्ज करने का आदेश दिया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved