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दिग्विजय सिंह ने केन्द्र से की मप्र के बासमती धान को जीआई टैग देने की मांग

August 18, 2020

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी मप्र के बासमती चावल को जीई टैग दिलाने की वकालत की है। उन्होंने केन्द्र सरकार से प्रदेश के बासमती धान को जीआई टैग दिलाने की मांग की है, साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि घडिय़ाली आंसू मत बहाइये। पीएम आवास पर धरना देने के लिए मेरे साथ दिल्ली चलिए।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘मध्यप्रदेश में बासमती धान की काफी खेती होने लगी है, लेकिन उसे केंद्र सरकार के द्वारा जीआई टैग नहीं देने से उसे जो बासमती धान की अन्य प्रदेशों में कीमत मिलती है, वह नहीं मिल रही है। मैं प्रधानमंत्री जी व केंद्रीय कृषि मंत्री जी, जो कि मध्यप्रदेश के ही हैं, उनसे मप्र के बासमती धान को जीआई टैग देने की मांग करता हूं।’

वहीं, दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रिय शिवराज सिंह चौहान जी, समाचार पत्रों से जानकारी मिली है कि प्रदेश में बासमती धान का उत्पादन करने वाले किसानों के प्रति आप एकाएक बहुत चिंतित और विचलित हो रहे हैं। आपकी वेदना है कि प्रदेश के किसानों द्वारा पैदा की जा रही बासमती को अभी तक एपीडा संस्था से जीआई टैग नहीं मिल पा रहा है। आप प्रदेश के किसानों के इतने बड़े शुभचिंतक हैं। दिसम्बर 2003 से लेकर विगत सवा साल छोडक़र करीब सोलह साल से आप की प्रदेश में सरकार है। बासमती की टैगिंग को लेकर आपने बयानबाजी के सिवा कुछ नहीं किया। यही नहीं भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार को सातवां साल चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आप देश के लिये ईश्वर का वरदान कहते नहीं थकते। क्या कारण है कि आप अपनी ही पार्टी के नेता नरेन्द्र मोदी से मध्यप्रदेश के बासमती उत्पादक किसानों को उनका हक नहीं दिला पाये। जबकि जिस बुधनी क्षेत्र से आप विगत 30 वर्षों से जनप्रतिनिधि हैं। वहां के किसानों को भी आप साल दर साल सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं।

उन्होंने आगे लिखा है कि प्रदेश के धान उत्पादक किसान आपके आंसुओं को अब घडिय़ाली आंसू की संज्ञा दे रहे हैं। आप प्रदेश के 14 सालों से मुख्यमंत्री हैं और अपने आप को किसानों का हमदर्द बताने में भी नहीं थकते हैं। अभी तक प्रदेश के किसानों द्वारा उत्पादित बासमती चावल ही नहीं शरबती गेहूं, ज्वार, बाजरा और कोदा-कुटकी को भी जीआई टैग नहीं मिल पाया है।

दिग्विजय सिंह ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अनुरोध किया है कि प्रदेश के किसानों के हित में बासमती चावल सहित अन्य कृषि उत्पादकों की उनकी श्रेष्ठता के आधार पर जीआई टैग दिलवाए जाने हेतु आप दिल्ली चलिए और सभी सांसदों के साथ प्रधानमंत्री आवास पर धरना दीजिये। दलीय राजनीति से हटकर मैं भी आपके धरने में शामिल होने के लिये तैयार हूं। आप यदि प्रधानमंत्री के समक्ष किसानों की मांग को लेकर धरना देने तैयार हों तो कृपया तारीख से अवगत कराने का कष्ट करें।’’

बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले कई वर्षों से प्रदेश के बासमती चावल को जीआई टैग दिलाने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन गत दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्दर सिंह ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मप्र के बासमती चावल को जीआई टैग नहीं देने का आग्रह किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैप्टन अमरेन्दर सिंह के पत्र का विरोध करते हुए पुन: प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखा था और मप्र के बासमती धान को जीआई टैग देने की मांग की थी। इसके बाद से यह विवाद लगातार गहराता जा रहा है। (एजेंसी, हि.स.)

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