इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सोयाबीन (Soybean) की खरीदी (Purchased) को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है, “सरकार द्वारा घोषणा के बावजूद सोयाबीन की खरीदी में देर की जा रही है, ताकि व्यापारी वर्ग को लाभ मिल सके.”
दो दशक के बाद मध्य प्रदेश सरकार सोयाबीन की खरीदी करने जा रही है. सोयाबीन की खरीदी को लेकर सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 4890 रुपये देने का वादा किया है. प्रदेश के सभी किसानों के पंजीयन के अनुसार उपज का 10 प्रतिशत भाग सरकार समर्थन मूल्य पर खरीदेगी. इसके लिए सरकार ने पहले 25 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर की तारीख तय की थी, लेकिन किसी कारणवश इस तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है. अभी तक सोयाबीन की खरीदी को लेकर राज्य सरकार की ओर से किसी भी तरह की सूचना जारी नहीं की गई है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने राज्य की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंडियों में सोयाबीन भारी मात्रा में आ रही है, जिसे व्यापारी खरीद रहे हैं. व्यापारी किसानों से कम मूल्य में सोयाबीन की खरीदी कर रहे हैं, जिसे बाद में सरकार को समर्थन मूल्य पर बेचा जाएगा. ऐसे में किसान वर्ग को भारी नुकसान के सिवा और कुछ हाथ नहीं लगेगा. दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि सरकार और व्यापारियों की मिलीभगत से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved