देवास। देवास जिले (Dewas District) के खातेगांव क्षेत्र (Khategaon area) के एक मामले के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयिसंह (Digvijay Singh) ने ट्वीट कर टीआई को बर्खास्त करने की मांग की है। इसमें सिंह ने टीआई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्वीट के साथ शिकायती आवेदन भी संलग्न किया है। हालांकि एएसपी टीआई का बचाव कर रहे हैं। मामला 6 मई का है। खातेगांव थाने में कुछ हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने हरणगांव के राहुल बारवाल (Rahul Barwal of Harangaon) पर सोशल मीडिया के जरिए हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का शिकायती आवेदन दिया था। इसके बाद राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
10 मई को जमानत मिलने के बाद जेल से छूटे राहुल ने आरोप लगाया कि खातेगांव थाने में टीआई की मौजूदगी में वहां पहले से मौजूद हिंदूवादी संगठनों (Hindutva organizations) व भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की। राहुल ने खातेगांव टीआई सुनील शर्मा पर मूंछें उखाड़ने व जातिगत शब्दों का प्रयोग करते हुए उसके साथ अमानवीय व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। राहुल के साथ ही जेल भेजे गए दो अन्य युवकों रामदेव काकोड़िया और रामविलास बाकलीवाल (Ramdev Kakodia and Ramvilas Bakliwal) ने भी पुलिस पर उनके साथ मारपीट करने और बिना किसी प्रकरण के जेल भेजने का आरोप लगाया।
13 मई को राहुल, रामदेव और रामविलास (Rahul, Ramdev and Ramvilas) के समर्थन में भीम आर्मी और अन्य संगठन के कार्यकर्ताओं ने खातेगांव पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए देवास में एसपी को ज्ञापन दिया और टीआई सहित कुछ लोगों के नाम देकर उन पर एट्रोसिटी एक्ट में कार्रवाई करने की मांग की। इस मामले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खातेगांव टीआई पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए लिखा कि यहीं मानसिकता भाजपा के हिंदुत्व की है। न केवल बजरंग दल के लोगों पर बल्कि खातेगांव के टीआई पर भी एससी-एसटी कानून के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई होना चाहिए।
इस मामले में एएसपी ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि खातेगांव टीआई पर लगे आरोप बेबुनियाद है। एएसपी ने कहा कि राहुल बारवाल के मूंछे उखाड़ने व जातिगत शब्द के संबंध में जो भ्रामक बातें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई है वे एकदम असत्य, बेबुनियाद व तथ्यों से परे हैं। राहुल बारवाल ने अपने फेसबुक पोस्ट पर आपत्तिजनक बातें लिखीं थीं। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों की धार्मिक भावना आहत होने व शिकायत करने पर थाना खातेगांव में मामला दर्ज किया गया था।
प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए धारा 151 सीआरपीसी में कार्यपालक मजिस्ट्रेट के यहां पेश कर जेल वारंट बनने पर जेल दाखिल किया गया था। राहुल बारवाल के मेडिकल रिपोर्ट में भी डॉक्टर के ओर से किसी भी प्रकार की चोट नहीं होना बताया गया है। साथ ही आरोपी राहुल बारवाल का एक वीडियो भी पुलिस के पास है, जिसमें उसने अपने कृत्य के संबंध में क्षमा याचना की है। उक्त वीडियो में उसकी मूंछें साफ और स्पष्ट दिख रही हैं। शर्मा ने कहा कि राहुल को वैधानिक प्रकिया के ओर से गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया गया था।
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