परेशान हो रहा आम आदमी, हर लैब पर अलग-अलग वसूल रहे चार्ज
इंदौर। शहर में अभी भी डेंगू (Dengue) के मरीज हर दिन मिल रहे हैं। बुखार (fever) आने के बाद हाथ-पैरों में दर्द (pain) जैसी समस्या लगभग हर दूसरे घर में चल रही है। इसी के लिए डॉक्टर डेंगू (Dengue) की जांच लिख देते हैं, लेकिन शहर में जांच के अलग-अलग रेट होने से आम आदमी परेशान हो जाता है। जांच शुल्क (test fee) तय नहीं होने के कारण शहर में डेंगू (Dengue) की जांच के 400 से लेकर 1500 रुपए तक वसूले जा रहे हैं।
हालांकि कई डॉक्टर डेंगू (Dengue) पॉजिटिव (positive) देखने के लिए सीबीसी करवा लेते हैं। उसमें डब्ल्यूबीसी (व्हाइट ब्लड सेल) देखकर पता लगा लेते हैं कि डेंगू तो नहीं है, क्योंकि ऐसी स्थिति में डब्ल्यूबीसी कम होते जाते हैं। यह जांच साढ़े तीन सौ से चार सौ रुपए में हो रही है। फिर भी डॉक्टर (doctor) की शंका दूर नहीं होती है तो फिर डेंगू प्रोफाइल करवाया जाता है, जिसकी जांच महंगी होती है। सामान्य तौर पर डेंगू का पता करने के लिए डेंगू एंटीजन टेस्ट (antigen test) होता है, जो एनएस 1 और एनएस 2 स्तर का होता है। इसमें लैब वाले 1 हजार रुपए तक का चार्ज लेते हैं, जबकि यह चार्ज बड़े अस्पतालों (hospitals) की लैब में डेढ़ हजार रुपए तक पहुंच जाता है। इसके साथ अगर कोई दूसरी जांच भी लिख दी जाती है। शहर में कई ऐसी समाजसेवी (philanthropist) संस्थाएं और ट्रस्ट द्वारा संचालित लैब भी हैं, जो डेंगू (Dengue) की जांच के 500 रुपए तक ले रही हैं। जांच के रेट में एकरूपता नहीं होने के कारण कई लोग परेशान होते हैं। विशेष तौर पर एक आम आदमी के बजट से यह जांच बाहर हो जाती है, क्योंकि एक बार जांच और उसके इलाज के बाद डॉक्टर फिर से डेंगू की जांच लिख देते हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि मरीज में डेंगू (Dengue) के कीटाणु खत्म हुए या नहीं?
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved