स्टॉकहोम (Stockholm)। स्वीडन (Sweden) को नाटो (NATO) के सदस्य देशों में शामिल होने की तुर्किये (Turkey) से मंजूरी मिलने के बाद इस देश को सभी की सहमति मिल गई है, लेकिन यूक्रेन की दावेदारी (Ukraine’s claim) पर गठबंधन देशों में मतभेद उभरकर सामने आए हैं। नाटो की नजरें यूक्रेन की दावेदारी पर टिकी हैं, लेकिन मतभेदों के चलते इसका फिलहाल सदस्य बनना मुश्किल दिख रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने उनके देश की एंट्री न होने के चलते इसे नाटो की ‘एब्सर्डज’ योजना कहा।
हालांकि उत्तरी अटलांटिक गठबंधन से जुड़े देशों (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि यूक्रेन को सदस्यता की राह पर एक सकारात्मक संदेश मिलेगा। गठबंधन के नेता रूसी हमले के नतीजों को लेकर एक साथ मिलेंगे। स्टोलटेनबर्ग ने कहा, कीव को ज्यादा सैन्य मदद मिलेगी और गठबंधन के साथ सहयोग के एक नए प्रारूप में शामिल होने के लिए औपचारिक शर्तों में ढील दी जाएगी। उन्होंने शिखर सम्मेलन की मेजबानी से कुछ घंटे पहले कहा, मुझे विश्वास है कि यह यूक्रेन और सदस्यता के लिए आगे का रास्ते पर एक सकारात्मक व मजबूत संदेश देगा।
दरअसल, तुर्किये लंबे समय से स्वीडन की नाटो सदस्यता का विरोध करता रहा था लेकिन उसके मतभेद खत्म होते हई नाटो में नई ऊर्जा आ गई है। इसे देखते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ज्यादातर नाटो देशों से यूक्रेन के साथ खड़े होने के चलते उम्मीद जताई थी कि वे कीव को ‘डि फैक्टो मेंबर’ की मान्यता देंगे।
स्वीडन पर सारे सदस्य रजामंद
विलनियस में अर्दोआन और स्वीडिश पीएम उल्फ क्रिस्टरसन के साथ बातचीत के बाद, नाटो महासचिव स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि तुकिये आगे बढ़ने पर सहमत हो गया है। मुझे यह बताते हुए खुशी है कि राष्ट्रपति अर्दोआन स्वीडन की नाटो सदस्यता पर सहमत हुए हैं। यह एक ऐतिहासिक दिन है। अब सभी सदस्य इस मुद्दे पर राजी हैं।
रूसी एटमी रुख में बदलाव नहीं होगा : नाटो
नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि नाटो ने बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करने की घोषणा के बावजूद रूस के परमाणु रुख में कोई बदलाव नहीं देखा है। रूस की परमाणु बयानबाजी लापरवाह और खतरनाक है। नाटो सहयोगी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं कि रूस क्या कर रहा है। अब तक रूसी परमाणु तैनाती की स्थिति में कोई बदलाव न देखने के चलते हम सतर्क रहेंगे।
यूक्रेन को नाटो का समर्थन
नाटो देश यूक्रेन के साथ खड़े हैं। अमेरिका ने हाल ही में यूक्रेन को क्लस्टर बम देने की घोषणा की है। हालांकि अमेरिकी घोषणा सवालों के घेरे में है क्योंकि 100 से अधिक देशों ने क्लस्टर बमों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसे मानवता के लिए खतरा माना जाता है। इसके अमेरिका 31 अब्राम्स टैंक, ब्रिटेन 14 चैलेंजर-2 टैंक, जर्मनी 18 लेपर्ड-2 टैंक और अन्य नाटो देश दर्जनों हथियार यूक्रेन को भेज रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि सभा कीव की सदस्यता पर सकारात्मक संदेश देंगे।
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